Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

पालघर मॉबलिंचिंग : शाह ने की उद्धव ठाकरे से बात, सोशल मीडिया पर आया उबाल

हमें फॉलो करें पालघर मॉबलिंचिंग : शाह ने की उद्धव ठाकरे से बात, सोशल मीडिया पर आया उबाल
, सोमवार, 20 अप्रैल 2020 (15:11 IST)
महाराष्ट्र के पालघर में जूना अखाड़ा के दो साधुओं सहित 3 लोगों की ग्रामीणों द्वारा लाठी-डंडे से पीटकर निर्मम हत्या के मामले में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने महाराष्ट्र सरकार से रिपोर्ट मांगी है। महाराष्ट्र सरकार ने इस मामले में 110 लोगों को गिरफ्तार किया है। खबरों के मुताबिक पालघर घटना को लेकर गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से बात की। इस घटना के बाद लोगों ने सोशल मीडिया पर महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ अपना गुस्सा निकाला।
 
चोर की अफवाह में भीड़ ने मारा : खबरों के अनुसार महाराष्ट्र के पालघर के गड़चिनचले में यह घटना हुई। पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। दोनों साधु इंटिरियर रोड से होते हुए मुंबई से गुजरात जा रहे थे। चोर होने की अफवाह उड़ने के बाद बाद लोगों की भीड़ उनके ऊपर टूट पड़ी। जब भीड़ साधुओं को पीट रही थी तो पुलिसकर्मी भी वहां मौजूद थे। आरोपियों ने साधुओं के साथ एक ड्राइवर और पुलिसकर्मियों पर भी हमला किया। हमले के बाद साधुओं को अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
 
110 लोगों की गिरफ्तारी : हत्या के मामले में 110 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार सभी लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया गया है। गिरफ्तार किए गए 110 लोगों में 9 नाबालिग हैं। सभी आरोपियों को 30 अप्रैल तक पुलिस कस्टडी में रखा गया है। नाबालिगों को शेल्टर होम भेजा गया है। मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में कासा पुलिस स्टेशन के दो अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है।
 
महंत नरेन्द्र गिरि ने दी आंदोलन की चेतावनी : घटना सामने आने के बाद संत समाज में रोष है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने राज्य सरकार के खिलाफ आंदोलन की धमकी दी है। हनुमानगढ़ी के पुजारी राजू दास धरने पर बैठ गए हैं।
 
ट्‍विटर पर फूटा गुस्सा : ट्‍विटर पर #ShameOnUddhav #SadhuLynching #Hindus #पालघरकेगुनहगार काफी ट्रेंड कर रहा है। लोगों का कहना है कि बहुत ही शर्मनाक कृत्य है, सरकार को इस मामले में सख्त कदम उठाना चाहिए।
 
पत्रकार कादंबिनी शर्मा ने ट्‍वीट कर कहा कि पालघर की लिंचिंग की घटना का कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है। पुलिस ने हत्या का मामला  दर्ज कर 100 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया है। लेकिन कुछ निहायत घटिया लोग इसे सांप्रदायिकता का रंग देने में जुटे हैं। झांसे में मत आइएगा।
 
डीजी बंजारा ने लिखा- असहनीय। साधुओं की हत्या पुलिस स्टेशन के सामने पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में कर दी गई। पालघर के गुनाहगारों के साथ ही डरपोक पुलिस पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। वहीं कुछ लोगों ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर हिन्दू विरोधी होने के भी आरोप लगाया। कुछ लोगों ने अपने ट्‍वीट में बाल ठाकरे और उद्धव ठाकरे की तुलना भी की।
 
भीषण दंड मिले : कवि कुमार विश्वास ने ट्‍वीट कर कहा कि महाराष्ट्र शासन के माथे पर कलंक है #Palghar की लोमहर्षक घटना! छत्रपति महाराज शिवाजी की धरा पर मित्रता-शत्रुता से ऊपर उठ चुके साधुओं को अगर उन्मादी जाहिल भीड़ घेरकर मार दे तो यह उस ऐतिहासिक परम्परा पर धब्बा है जिसमें शत्रुपक्ष की महिलाओं तक को आदर दिया जाता है। भीषण दंड मिले...

इरफान ने भी जताया दु:ख : क्रिकेटर इरफान पठान ने इस घटना को लेकर एक ट्वीट किया है और दु:ख जताया है। इस घटना पर ट्वीट करते हुए इरफान पठान ने लिखा, 'पालघर मॉब लिंचिंग की तस्वीरें देखकर बेहद दु:ख हुआ। काफी भयानक और बर्बर। शर्मनाक।'

विहिप ने की जांच की मांग : विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के महामंत्री मिलिन्द परांडे ने महाराष्ट्र के पालघर में दो संतों और उसके सहयोगी की हत्या पर रोष व्यक्त करते हुए कहा कि यह हमला घात लगाकर किया गया, जो किसी गहरे षड्यंत्र का हिस्सा लगता है। परांडे ने सोमवार को कहा कि पहले भी इस क्षेत्र में अनेक बार वामपंथियों प्रेरित क्रूर हिंसा की घटनाएं होती रही हैं। अत: इस घटना में भी उनकी संलिप्तता की उच्चस्तरीय जांच कराकर हत्यारों और उनके सहयोगियों को कठोरतम दंड शीघ्रातिशीघ्र दिया जाए। 
 
पंच दशनाम जूना अखाड़े ने जताया आक्रोश : पंच दशनाम अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष महंत प्रेम गिरि ने गृहमंत्री अमित शाह, महाराष्ट्र के मुख्‍यमंत्री उद्धव ठाकरे, यूपी के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तराखंड के मुख्‍यमंत्री त्रिवेन्द्रसिंह रावत को लिखे पत्र में संतों की हत्या पर आक्रोश जताते हुए कहा कि ये संत (2 संत एवं ड्राइवर) अपने गुरु के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए गुजरात के लिए निकले थे, लेकिन लॉकडाउन के बावजूद करीब 200 लोगों ने घेरकर उनकी हत्या कर दी। उन्होंने घटना की उच्चस्तरीय जांच के साथ ही दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

CoronaVirus: चेस्ट X-ray और Swab Test में से क्या है सबसे सही, जानिए Expert Advice