बेंगलुरू। भारतीय पैरासाइकिलिस्ट आदित्य मेहता को सुरक्षा जांच के नाम पर यहां केंपेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उनके कृत्रिम अंग निकालने के लिए मजबूर किया गया और इस दौरान उनके अंगों से खून तक निकल गया।
दो महीने पहले इसी तरह की शर्मनाक घटना के बाद आदित्य को 11 अक्तूबर को यहां सिर्फ अपने कृत्रिम अंग निकालने के लिए मजबूर होना पड़ा और उड़ाने पकड़ने की जल्दबाजी में कृत्रिमों अंगों को पहनते हुए उन्हें चोट भी लग गई।
मेहता ने बताया कि उन्होंने मुझे मेरे कृत्रिम अंग हटाने के लिए मजबूर किया। मुझे इन्हें वापस पहनने में 45 मिनट लग गए। जब मैं इन्हें कमरे में पहन रहा था तो अधिकारी मुझे जल्दी बाहर आने के लिए कह रहे थे क्योंकि विमान के उड़ने का समय करीब आ रहा था।
तनाव में मैंने कृत्रिम अंगों पर काफी जोर लगाया और जब मैंने अपने घर पर अंग वापस हटाए तो मैंने देखा कि खून निकल रहा है। मेहता ने साथ ही कहा कि पिछले 20 दिन से उन्हें चोट लगी थी और उनके लिए कृत्रिम अंक को हटाना और फिर दोबारा पहनना काफी मुश्किल था।
इससे पहले भी मेहता को दिल्ली और बेंगलुरू हवाई अड्डे पर इसी तरह की परेशानी का सामना करना पड़ा था।
मेहता ने कहा कि सीआईएसएफ अधिकारी ठाकुर दास ने उन्हें कृत्रिम अंग हटाने के लिए मजबूर किया जबकि उन्होंने आग्रह किया था कि उन्हें चोट लगी है और इन्हें दोबारा पहनने में कम से कम 45 मिनट लग जाएंगे जबकि उड़ान में सिर्फ 30 मिनट का समय बचा है। (भाषा)