बाबा रामदेव के पतंजलि संस्थान की एक बड़ी गलती सामने आई है। संस्थान ने बाढ़ पीड़ितों को एक्सपायरी सामान बंटवा दिया। इस सामान के प्रयोग से कई लोग बीमार हो गए। एक स्थानीय टीवी चैनल के वीडियो से यह सारा मामला प्रकाश में आया।
असम के स्थानीय टीवी चैनल टाइम 8 के एक वीडियो के मुताबिक पतंजलि ने मजुली जिले में करीब 12 लाख रुपये मूल्य का सामान भेजा है। इनमें से अधिकांश एक्सपायरी डेट की है। वहां स्थानीय मीडिया में यह खबर भी आई कि इन सामानों को इस्तेमाल करने के बाद कई लोग बीमार पड़ गए।
असम के कई जिले बाढ़ की त्रासदी झेल रहे हैं। ऐसे में कई सामाजिक संगठनों समेत कई कॉरपोरेट्स घराने भी मुसीबत की इस घड़ी में लोगों के बीच राहत सामग्री बांट रहे हैं। इन सबके बीच बाबा रामदेव की पतंजलि आयुर्वेद ने बाढ़ पीड़ितों के बीच एक्सपायरी सामान बांट दिए। स्थानीय चैनल के वीडियो में जिन सामानों पर एक्सपायरी डेट अक्टूबर 2016 लिखा है, उसे भी बाढ़ पीड़ितों के बीच बांट दिया गया। दूध पावडर के कुछ डिब्बों पर 5 सितंबर 2017 एक्सपायरी डेट लिखा था।
जिला प्रशासन ने एक्सपायरी सामान बांटे जाने से इंकार किया है। जिलाधिकारी के मुताबिक एक्सपायरी सामान आए थे लेकिन उन्हें बाढ़ पीड़ितों के बीच बांटा नहीं गया। जिलाधिकारी ने बताया कि उन्होंने इस बारे में पतंजलि आयुर्वेद को पत्र लिखा है। पतंजलि के प्रवक्ता एसके तिजारावाला ने इस तरह के आरोपों का खंडन किया है। उन्होंने कहा कि इस तरह की खबरें झूठी हैं, कंपनी कभी भी इस तरह का लापरवाहीभरा कदम नहीं उटा सकती है। उन्होंने कहा कि हम लोगों ने बाढ़ पीड़ितों के बीच मानवता के आधार पर सामान बंटवाए हैं। एक्सपायरी डेट की कोई भी वस्तु वहां नहीं भेजी गई है। (एजेंसियां)