नई दिल्ली। केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा जम्मू-कश्मीर में धारा 370 हटाने का संकल्प पेश करने के बाद जहां कुछ दलों ने इसका खुलकर समर्थन किया, वहीं कुछ दलों ने तीखा विरोध किया। पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने केन्द्र सरकार के निर्णय को भारतीय लोकतंत्र के लिए काला दिन करार दिया है।
दूसरी ओर संसद भवन परिसर में पीडीपी के राज्यसभा सांसद नजीर अहमद लावे और एमएम फैयाज ने संसद भवन परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। पीडीपी के फैयाज ने गुस्से में आकर अपना कुर्ता फाड़ लिया, जिससे सदन में अजीबोगरीब स्थिति पैदा हो गई। इसके बाद पीडीपी के एक सदस्य ने संविधान की प्रति और दूसरे ने विधेयक की प्रति को फाड़कर उछाल दिया।
इसके बाद सभापति एम. वेंकैया नायडू ने पीडीपी के नजीर अहमद और मीर मोहम्मद फैयाज का नाम लिया और मार्शल को उन्हें सदन से बाहर करने का आदेश दिया। इसी दौरान भाजपा के एक सदस्य ने उनके साथ हाथापाई का प्रयास किया। बाद में दोनों को सदन से बाहर कर दिया गया।
सभापति ने सत्तारूढ़ दल के सदस्यों को चेतावनी देते हुए कहा कि वे किसी सदस्य को छू नहीं सकते हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्र के खिलाफ कुछ भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।