नई दिल्ली। फ्रांस और ब्रिटेन समेत कुछ और यूरोपीय देशों में वैश्विक महामारी कोविड-19 की दूसरी लहर के जोर पकड़ने से मांग कमजोर पड़ने की आशंका तथा अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों के 5 माह के निचले स्तर पर रहने के बावजूद घरेलू बाजार में पेट्रोल और डीजल के दामों में मंगलवार को लगातार 32वें दिन भी कोई घटबढ़ नहीं हुई।
यूरोप में कोरोनावायरस की दूसरी लहर के साथ ही अब फिर कई देश लॉकडाउन का ऐलान कर चुके हैं। फ्रांस के बाद अब इंग्लैंड में भी लॉकडाउन का ऐलान प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कर दिया है। लॉकडाउन 5 नवंबर से शुरू होगा और 2 दिसंबर तक 4 सप्ताह चलेगा। इससे ईंधन की खपत पर असर पड़ेगा। लॉकडाउन के दौरान पब, रेस्तरां, गैरजरूरी दुकानें और दूसरी सुविधाओं के संचालन पर पाबंदी रहेगी।
घरेलू बाजार में डीजल के दाम में अंतिम बार कटौती 2 अक्टूबर को हुई थी जबकि पेट्रोल की कीमत पिछले 42 दिन से स्थिर है। पेट्रोल की कीमत में आखिरी बार 22 सितंबर को 7 से 8 पैसे प्रति लीटर की गिरावट देखी गई।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में हालांकि कच्चे तेल की कीमतों में बहुत उठापटक देखने को नहीं मिल रही है। अमेरिका में तेल भंडारण बढ़ने और मांग को लेकर चिंता से कच्चे तेल में कमजोरी बनी हुई है, वहीं कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों से मांग को लेकर भी चिंता सता रही है। अमेरिका और यूरोप में कोरोनावायरस की दूसरी लहर की वजह से मांग को लेकर चिंता है।
तेल विपणन क्षेत्र की अग्रणी कंपनी इंडियन ऑइल के अनुसार आज दिल्ली में पेट्रोल 81.06 रुपए जबकि डीजल 70.46 रुपए प्रति लीटर पर स्थिर रहा। वाणिज्यिक नगरी मुंबई में पेट्रोल 87.74 रुपए प्रति लीटर और डीजल 76.86 रुपए प्रति लीटर पर टिका रहा। कोलकाता में पेट्रोल 82.59 रुपए प्रति लीटर और डीजल 73.99 रुपए प्रति लीटर पर अपरिवर्तित रहा। चेन्नई में पेट्रोल की कीमत 84.14 रुपए प्रति लीटर और डीजल 75.99 रुपए प्रति लीटर पर टिकी रही। (वार्ता)