नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) ने कोविड-19 महामारी को ‘आत्मनिर्भर भारत’ के निर्माण का बड़ा मौका बताते हुए अमेरिकी निवेशकों का बीमा, ढांचागत विकास, ऊर्जा, स्वास्थ्य, नागरिक उड्डयन और रक्षा एवं अंतरिक्ष क्षेत्र में निवेश का आह्वान किया और कहा कि भारत में अवसर प्रचुर और विकल्प बहुतेरे हैं तो आशा कैसे पीछे रह सकती है।
मोदी ने अमेरिका भारत बिजनेस काउंसिल (America India Business Council) की 45वीं वर्षगांठ पर आयोजित इंडिया आईडियाज़ शिखर सम्मेलन (India Ideas Summit) को संबोधित करते हुए यह आह्वान किया है।
उन्होंने कहा कि भारत को विश्वभर में आशावाद है क्योंकि भारत खुलेपन, अवसरों और विकल्पों का एक समुचित मिश्रण प्रस्तुत करता है। भारत में लोगों एवं शासन दोनों में खुलापन है। खुले दिमाग से खुले बाज़ार बनते हैं और खुले बाज़ार से अधिक समृद्धि आती है। यह सिद्धांत भारत एवं अमेरिका दोनों स्वीकार करते हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते 6 वर्षों में हमने अपनी अर्थव्यवस्था को अधिक खुला और सुधार केन्द्रित बनाया है। सुधारों से प्रतिस्पर्द्धात्मकता, पारदर्शिता, डिजीटाइज़ेशन, नवान्वेषण और नीतिगत स्थिरता में इजाफा हुआ है। भारत संभावनाओं से भरी भूमि है। प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में 5जी, बिग डाटा एनालिसिस, क्वांटम कम्प्यूटिंग, ब्लॉक चेन और इंटरनेट ऑफ थिंग्स जैसी आधुनिक प्रौद्योगिकी के अवसर मौजूद हैं।
भारत में निवेश के विकल्प भी बहुत सारे हैं। भारत अमेरिकी निवेशकों को हमारे किसानों के परिश्रम में निवेश के लिए आमंत्रित करता है। कृषि मशीनरी, आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन, रेडी टू ईट आइटम, फिशरीज़ एवं ऑर्गनिक उपज सहित खाद्य प्रसंस्करण का क्षेत्र 2025 तक 5000 अरब डॉलर तक का होने की संभावना है।
उन्होंने स्वास्थ्य एवं चिकित्सा क्षेत्र में सालाना 22 प्रतिशत की वृद्धि दर होने का हवाला देते हुए कहा कि भारतीय कंपनियां मेडिकल तकनीक, टेलीमेडिसिन एवं नैदानिक प्रणाली के उत्पादन में प्रगति कर रही है। फार्मा सेक्टर में भारत-अमेरिका के बीच सहयोग बढ़ रहा है। ऊर्जा के क्षेत्र में भारत एक गैस आधारित अर्थव्यवस्था बन रही है जिसमें निवेश के बड़े अवसर हैं। स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में भी बड़े अवसर हैं।
ढांचागत क्षेत्र में निवेश के लिए भारत आपको आमंत्रित करता है। आवास, सड़कें, राजमार्ग एवं बंदरगाह बनाने के लिए सहभागी बना जा सकता है। उन्होंने कहा कि नागरिक उड्डयन भी एक बड़ा अवसर है। अगले आठ साल में हवाई यात्रियों की संख्या दोगुना से अधिक होने की संभावना है। आगामी दशक में भारतीय आकाश में एक हजार नए एयरक्राफ्ट आएंगे। विमानन क्षेत्र में अनुरक्षण एवं मरम्मत के क्षेत्र में बहुत अवसर हैं।
मोदी ने रक्षा एवं अंतरिक्ष के क्षेत्र में विदेशी निवेश की सीमा 74 प्रतिशत होने और वित्त एवं बीमा के क्षेत्र में 100 प्रतिशत एफडीआई की अनुमति दिए जाने का उल्लेख किया। उन्होंने दो रक्षा कॉरिडोर में रक्षा उपकरणों के उत्पादन के क्षेत्र में संभावनाओं की भी जानकारी दी। उन्होंने बीमा एवं बैंक क्षेत्र के 2025 तक 250 अरब डॉलर के स्तर तक जाने की संभावना व्यक्त की।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब बाजार खुले हों, जब अवसर ऊंचे और विकल्प बहुतायत में हों तो आशाएं पीछे कैसे रह सकतीं हैं। आप ये आशावाद प्रमुख बिजनेस रेटिंग में देख सकते हैं विशेष रूप से विश्व बैंक की ईज़ ऑफ डूइंग बिजनेस रेटिंग में। निवेश के स्तर से विश्वास का प्रदर्शन आंका जाता है। वर्ष 2019-20 में भारत में निवेश 74 अरब डॉलर का रहा है।
उन्होंने कहा कि भारत एवं अमेरिका समान मूल्यों वाले दो जीवंत लोकतंत्र हैं। हमारी स्वाभाविक साझीदारी ने पिछले समय में कई नई ऊंचाइयां तय की हैं और आने वाले समय में भी तय करेंगे। (भाषा)