PM modi Against Corruption : पीएम नरेंद्र मोदी ने ईडी की कार्रवाई को लेकर अपना रुख स्पष्ट कर दिया है। उन्होंने कहा है कि ईडी की सिर्फ 3 प्रतिशत कार्रवाई ही ऐसी है जो नेताओं के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ ये जंग नहीं रुकेगी। अपने पिछले 10 सालों के कामों को गिनाते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते 10 वर्षों में जो हुआ है, वो सिर्फ ट्रेलर है। अभी बहुत कुछ किया जाना बाकी है। देश को आगे ले जाना है।
भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं करेंगे : पीएम मोदी ने कहा कि पिछले 10 साल में उनकी सरकार की प्राथमिकता भ्रष्टाचार को खत्म करना रहा है। उन्होंने कहा कि भ्रष्ट लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। भ्रष्टाचार किसी भी स्तर पर हो, यह देश के लोगों पर असर डालता है। ऐसे में जो लोग देश के लोगों की भलाई के लिए खर्च होने वाले पैसे को चुराते हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
ED के सिर्फ 3 प्रतिशत केस नेताओं से जुड़े: बता दें कि झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल भ्रष्टाचार के आरोपों में जेल में बंद हैं। ऐसे में पीएम का यह बयान बेहद अहम माना जा रहा है। विपक्षी पार्टियों के सरकार पर केंद्रीय जांच एजेंसियों के इस्तेमाल के आरोप को पीएम मोदी ने सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि ईडी के सिर्फ 3 प्रतिशत मामले ही राजनीति से जुड़े हैं। जिन राज्यों में भाजपा सत्ता में हैं, वहां भी कार्रवाई हो रही है। जो आरोप लग रहे हैं, वो सिर्फ वो लोग लगा रहे हैं, जिन्हें अपने खिलाफ जांच का डर है।
हमने देश में सिंगल विंडो सिस्टम शुरू किया : पीएम ने कहा कि 'साल 2014 में हमारी सरकार बनते ही, हमने भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी थी। हमने केंद्रीय भर्ती में ग्रुप सी और ग्रुप डी के साक्षात्कार खत्म किए। हमने देश में क्लीयरेंस के लिए सिंगल विंडो सिस्टम शुरू किया। हमने सरकारी सेवाओं को जहां तक हो सके पारदर्शी बनाने की कोशिश की है।'
फर्जी लाभार्थियों को हटाया : लोगों के बैंक खातों में सीधे पैसे भेजने के फायदे गिनाते हुए कहा कि 'सरकार को डीबीटी के जरिए 10 करोड़ से ज्यादा फर्जी लाभार्थियों को हटाने में मदद मिली है। सरकार ने इससे 2.75 लाख करोड़ रुपये बचाए हैं, जो गलत हाथों में जा रहे थे।'
पिक्चर अभी बाकी है : उन्होंने कहा कि बीते 10 सालों में ईडी द्वारा जब्त की गई रकम बढ़कर एक लाख करोड़ रुपए से ज्यादा हो गई है। 2014 से पहले ईडी ने 34 लाख रुपए नकद जब्त किए थे, जबकि हमारी सरकार में 2200 करोड़ से ज्यादा की नकदी जब्त की गई है। कल्पना कीजिए, अगर यह पैसा गरीब लोगों के कल्याण के लिए खर्च किया जाता तो इससे कितने लोगों को फायदा होता। युवाओं के लिए कितने अवसर बन सकते थे। कितने नई इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट शुरू हो सकते थे।' प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते 10 वर्षों में जो हुआ है, वो सिर्फ ट्रेलर है। अभी बहुत कुछ किया जाना बाकी है। देश को आगे ले जाना है।
Edited by: Navin Rangiyal