Narendra Modi news in hindi : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र को कई परियोजनाओं के सौगात देते हुए कहा कि कांग्रेस की नीति है, हिंदुओं की एक जाति को दूसरी जाति से लड़ाओ। कांग्रेस जानती है कि जितना हिंदू बंटेगा, उतना ही उसका फायदा होगा। कांग्रेस किसी भी तरीके से हिंदू समाज में आग लगाए रखना चाहती है, ताकि वो उस पर राजनीतिक रोटियां सेंकती रहे। भारत में जहां भी चुनाव होते हैं, वहां कांग्रेस यही फॉर्मूला लागू करती है।
पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस को न विकास से मतलब था, न विरासत से मतलब था। हमारी सरकार में विकास भी है, विरासत भी है। हम अपने समृद्ध अतीत से प्रेरणा लेकर उज्ज्वल भविष्य का निर्माण कर रहे हैं।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस पूरी तरह से सांप्रदायिक और जातिवाद का चुनाव लड़ती है। हिंदू समाज को तोड़कर उसे अपनी जीत का फॉर्मूला बनाना, यही कांग्रेस की राजनीति का आधार है। कांग्रेस भारत के 'सर्वजन हिताय-सर्वजन सुखाय' की परंपरा का दमन कर रही है, सस्नातन परंपरा का दमन कर रही है।
प्रधानमंत्री ने दावा किया कि कांग्रेस, हमेशा बांटो और सत्ता पाओ के फॉर्मूले पर चली है। कांग्रेस ने बार-बार ये सिद्ध किया है कि वो एक गैर-जिम्मेदार दल है। वो अभी भी देश को बांटने के लिए नए-नए नरैटिव गढ़ रही है। कांग्रेस समाज को बांटने का फार्मूला लाती रहती है। कांग्रेस का फार्मूला साफ है कि मुसलमानों को डराते रहो, उनको भय दिखाओ, उनको वोटबैंक में कन्वर्ट करो और वोटबैंक को मजबूत करों।
पीएम मोदी ने कहा कि आज हरियाणा के दलित वर्ग ने बीजेपी को रिकॉर्ड समर्थन दिया है। हरियाणा के ओबीसी बीजेपी के विकास कार्यों को देखकर उसके साथ है। कांग्रेस ने किसानों को भड़काया। लेकिन किसानों को पता है कि उन्हें फसलों पर MSP किसने दी। हरियाणा के किसान बीजेपी की किसान कल्याण योजनाओं से खुश हैं।
उन्होंने कहा कि दुनिया, किसी देश में तभी विश्वास करती है, जब वहां का युवा आत्मविश्वास से भरा होता है। आज युवा भारत का आत्मविश्वास, भारत के भविष्य की नई कहानी है। दुनिया के बड़े बड़े देश आज भारत को मानव संसाधन के बड़े केंद्र के रूप में देख रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र के इतिहास में इतनी तेज गति से, इतने बड़े स्केल पर अलग-अलग क्षेत्रों में कभी भी विकास नहीं हुआ। हां, ये बात अलग है कि कांग्रेस के राज में इतनी ही तेज गति से, इतने ही स्केल पर अलग अलग क्षेत्रों में भ्रष्टाचार जरूर होता था।
Edited by : Nrapendra Gupta