पीएम मोदी ने भाषण की शुरुआत में 2 मिनट का मौन रखकर पहलगाम आतंकी हमले के मृतकों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में जिस बेरहमी से आतंकवादियों ने निर्दोष नागरिकों की हत्या की, उससे पूरा देश दुखी है। पूरा देश इस दुख की घड़ी में पीड़ित परिवारों के साथ खड़ा है। यह हमला पर्यटकों पर ही नहीं भारत की आत्मा पर है।
इस आतंकी हमले में किसी ने अपना बेटा खोया, किसी ने अपना भाई और किसी ने अपना जीवनसाथी खोया है। उनमें से कोई बांग्ला बोलता था, कोई कन्नड़ बोलता था, कोई मराठी था, कोई ओड़िया था, कोई गुजराती था, कोई यहां बिहार का लाल था। आज उन सभी की मृत्यु पर कारगिल से कन्याकुमारी तक हमारा दुःख एक जैसा है, हमारा आक्रोश एक जैसा है।
उन्होंने कहा कि सरकार भी यह सुनिश्चित करने का हर संभव प्रयास कर रही है कि वर्तमान में उपचाराधीन परिवार के सदस्य जल्द से जल्द ठीक हो जाएं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं बहुत स्पष्ट शब्दों में कहना चाहता हूं कि इन आतंकियों को और इस हमले की साजिश करने वालों को उनकी कल्पना से बड़ी सजा मिलेगी, सजा मिलकर रहेगी। अब आतंकियों की बची-कुची जमीन को भी मिट्टी में मिलाने का समय आ गया है। 140 करोड़ भारतीयों की इच्छाशक्ति अब आतंक के आकाओं की कमर तोड़कर रहेगी।
उल्लेखनीय है कि पहलगाम में मंगलवार को आतंकियों ने पर्यटकों पर सबसे बड़ा हमला करते हुए 26 लोगों की हत्या कर दी थी। इस पर बड़ा एक्शन लेते हुए भारत ने पाकिस्तान पर सख्त कार्रवाई करते हुए सिंधु जल संधि रोक दी। पाक नागरिकों के वीजा पर रोक लगा दी गई, अटारी-बाघा बॉर्डर बंद दी गई। हाई कमीशन में कम होगी कर्मचारियों की संख्या, पाकिस्तान में मौजूद सलाहकारों को वापस बुलाएगे। मोदी सरकार के इन कदमों से पाकिस्तान को बड़ा झटका लगा है।
Edited by : Nrapendra Gupta