नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को गरीब कल्याण रोजगार योजना की शुरुआत की। इस अवसर पर उन्होंने कहा...
-कुल 50,000 करोड़ रुपए की लागत से विभिन्न प्रकार के 25 कार्यों का क्रियान्वयन होगा, देश के ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे का निर्माण किया जाएगा।
-जिस तरीके से गांवों ने कोरोनावायरस के खिलाफ लड़ाई लड़ी उसने शहरों को एक बड़ी सीख दी है।
-बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, झारखंड और ओड़िशा के 116 जिलों में योजना से प्रवासी मजदूरों को उनके घर के आसपास ही रोजगार मिलेगा।
-गरीब कल्याण रोजगार योजना से गांवों में आजीविका के अवसर बढ़ाने में मदद मिलेगी
-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दूसरे राज्यों से लौट कर आए प्रवासी मजदूरों को रोजगार देने के लिए बिहार के खगड़िया जिले के तेलिहार ग्राम पंचायत से राष्ट्रीय स्तर पर गरीब कल्याण रोजगार अभियान की शुरुआत की।
- आज जब मैं बिहार के लोगों से बात कर रहा हूं तो मैं गौरव के साथ इस बात का ज़िक्र करना चाहूंगा कि बिहार रेजिमेंट ने पराक्रम दिखाया है हर बिहारी को इस पर गर्व है। जिन वीरों ने बलिदान दिया है उनके प्रति श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूं।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और 6 राज्यों के मुख्यमंत्रियों व अन्य अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 'गरीब कल्याण रोजगार अभियान' लॉन्च इवेंट में भाग लिया।
-ग्रामीण विकास मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आभारी हैं कि वह ग्रामीण क्षेत्र और प्रवासी श्रमिकों के जीवन को और सुदृढ़ करने के लिए ऐसी योजना लाए हैं।
-प्रवासी श्रमिकों को ग्राम पंचायत भवन और आंगनवाड़ी केंद्र, राष्ट्रीय राजमार्ग, रेलवे और जल संरक्षण जैसी परियोजनाओं में काम करने के अवसर मिलेंगे
-6 राज्यों के 116 जिलों में चलेगा मजदूरों के लिए रोजगार का अभियान।
-ये योजना मजदूरों को रोजगार देने के लिए शुरू की जा रही है
-125 दिनों के लिए मजदूरों को मिलेगा रोजगार।
-इस योजना में 50 हज़ार करोड़ के संसाधन लगाए जाएंगे