नई दिल्ली। पाकिस्तान से संवाद स्थापित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लाहौर यात्रा आरएसएस को रास नहीं आई और इसके वरिष्ठ नेता दत्तात्रेय होसबले ने कहा कि संबंध सुधारने के प्रयास करते वक्त दूसरे पक्ष के ईमानदारी के पहलू को भी ध्यान में रखना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मोदी की पिछले साल 25 दिसंबर की अघोषित लाहौर यात्रा के बाद पठानकोट आतंकी हमला हुआ और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की बस यात्रा की तरह इसका भी वही परिणाम हुआ।
उन्होंने यहां एक कार्यक्रम में कहा कि भारत को कभी भी धर्म तंत्र वाला राज्य नहीं बनाया जाएगा और ऐसा कभी नहीं होगा।
होसबले ने पाकिस्तान का हवाला दिया जो बंटवारे के बाद इस तरह का राज अपनाकर नाकाम देश में बदल गया। (भाषा)