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मन की बात में मोदी बोले, प्रकृति के रक्षक बनें, प्रकृति के संवर्द्धक बनें, जानिए 8 खास बातें...

हमें फॉलो करें मन की बात में मोदी बोले, प्रकृति के रक्षक बनें, प्रकृति के संवर्द्धक बनें, जानिए 8 खास बातें...
नई दिल्ली , रविवार, 29 जुलाई 2018 (11:16 IST)
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात में देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि प्राकृतिक आपदा के लिए इंसान खुद जिम्मेदार है। मोदी के मन की बात से जुड़ी खास बातें...
 
प्रकृति के रक्षक बनें, संवर्धक बनें : मोदी ने बारिश और बाढ़ के खतरे पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि कहीं अच्छी बारिश, कहीं ज्यादा बारिश और कहीं कम बारिश हो रही है। इस स्थिति में मानव भी जिम्मेदार है। 

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हम सबका दायित्व बनता है कि हम प्रकृति प्रेमी बने, प्रकृति के रक्षक बने, प्रकृति के संवर्द्धक बने, तो प्रकृति प्रदत्त चीजों में अपने आप संतुलन बना रहता है।
 
प्रेरणा देता है थाईलैंड गुफा में बच्चों का रेस्क्यू : उन्होंने कहा कि थाईलैंड में कुछ बच्चे बारिश की वजह से गुफा में फंस गए थे। थाईलैंड की गुफा का ऑपरेशन पूरी दुनिया के लिए प्रेरणा। गुफा में बच्चों का रेस्क्यू धैर्य और एकजुटता सिखाता है। 
 
मोदी ने कहा कि किशोरावस्था में एक-एक पल एक जगह बिताना मुश्किल होता है। जब वो अंदर फंसे थे तो दुनियाभर के लोग उनके लिए प्रार्थना कर रहे थे। हर कोई सोच रहा था कि बच्चे कहां हैं। अगर मानसून आ गया तो उन्हें निकालना मुश्किल होगा। खैर वो बाहर आ गए और सब ठीक हुआ।
 
इस पूरे घटनाक्रम को एक और नजरिए से भी देख जा सकता है कि पूरा ऑपरेशन कैसा चला। हर स्तर पर जिम्मेदारी का जो अहसास था वो अद्भुत था। एक तरफ वो संकट से जूझ रहे थे तो दूसरी तरफ पूरे विश्व में मानवता एकजुट होकर मानवीय गुणों को प्रकट कर रही थी। 

कवि नीरज को दी श्रद्धांजलि : उन्होंने कवि नीरज को श्रद्धांजलि देते हुए कहा, पिछले दिनों हमारे देश के प्रिय कवि नीरज जी हमें छोड़कर चले गए। नीरज जी की एक विशेषता रही थी, आशा, भरोसा, दृढसंकल्प, खुद पर विश्वास हर बात प्रेरणा दे सकती है। मैं नीरज जी को आदरपूर्वक श्रद्धांजलि देता हूं.।
 
इको-फ्रेंडली गणेश उत्सव : पीएम मोदी ने कहा कि इस बार आप सभी इको-फ्रेंडली गणेश उत्सव मनाएं। हर शहर में इको-फ्रेंडली गणेश उत्सव की अलग स्पर्धाएं हों, उनको इनाम दिए जाएं। नरेंद्र मोदी ऐप पर भी इको-फ्रेंडली गणेश-उत्सव की चीजें व्यापक प्रचार के लिए रखी जाएं।
 
तिलक को इस तरह किया याद : पीएम मोदी ने लोकमान्य तिलक को नमन करते हुए कहा, 'हमारी यह भारत-भूमि बहुरत्न वसुंधरा है, हमारे देश में ऐसे संतों की महान परंपरा रही है, जिन्होंने इस धरती को अपना जीवन आहुत कर दिया। ऐसे ही एक महापुरुष हैं लोकमान्य तिलक जिन्होंने अनेक भारतीयों के मन में अपनी गहरी छाप छोड़ी है। हम 23 जुलाई, को तिलक जी की जयंती और 01 अगस्त, को उनकी पुण्यतिथि में उनका पुण्य स्मरण करते हैं।'
 
दो युवाओं ने स्वीकार की चुनौती : मोदी ने कहां कि मैंने ब्रेन-ड्रेन को ब्रेन-गेन में बदलने की अपील की थी। रायबरेली के दो आईटी प्रोफेशनल्स योगेश साहू जी और रजनीश बाजपेयी जी ने मेरी इस चुनौती को स्वीकार करते हुए एक अभिनव प्रयास किया और एक स्मार्टगांव ऐप तैयार किया है। यह ऐप न केवल गांव के लोगों को पूरी दुनिया से जोड़ रहा है, बल्कि अब वे कोई भी जानकारी और सूचना खुद के मोबाइल पर ही प्राप्त कर सकते हैं।
 
दो युवाओं ने किया मोदी का सपना : पीएम मोदी ने रेडियो पर अपने संबोधन में पहली ही कोशिश में एम्स की परीक्षा पास करने वाले आशाराम चौधरी का जिक्र किया। उन्होंने कहा, मध्य प्रदेश के अत्यंत गरीब परिवार के आशाराम चौधरी ने जीवन की मुश्किल चुनौतियों को पार करते हुए सफलता हासिल की है। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले मेरी नज़र एक खबर पर गई, जिसमें लिखा था-‘दो युवाओं ने किया मोदी का सपना साकार’। खबरी पढ़ी तो जाना कि कैसे हमारे युवा टेक्नोलॉजी का स्मार्ट और क्रिएटिव इस्तेमाल करके सामान्य व्यक्ति के जीवन में बदलाव का प्रयास करते हैं।

पंढरपुर की वारी यात्रा का अनुभव लें : पीएम मोदी ने महाराष्ट्र के प्रसिद्ध पंढरपुर यात्रा का जिक्र करते हुए कहा, पंढरपुर महाराष्ट्र के सोलापुर जिले का एक पवित्र शहर है। पंढरपुर वारी अपने आप में एक अद्भुत यात्रा है। इस यात्रा में लाखों की संख्या में वारकरी शामिल होते हैं। यह वारी शिक्षा, संस्कार और श्रद्धा की त्रिवेणी है। पंढरपुर में विठोबा मंदिर जाना और वहां की महिमा, सौन्दर्य, आध्यात्मिक आनंद का अपना एक अलग अनुभव है। उन्होंने सभी से आग्रह है कि अवसर मिले तो एक बार ज़रूर पंढरपुर वारी का अनुभव लें।

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