नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लेन-देन और कारोबार में पारदर्शिता लाने तथा काले धन पर रोक लगाने के लिए 'कैशलेस व्यवस्था' को बढ़ावा देने की जरूरत पर जोर दिया है।
मोदी ने रविवार को आकाशवाणी पर 'मन की बात' कार्यक्रम में देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार विभिन्न तरह के लेन देन तथा कारोबार में पारदर्शिता लाने के लिए नकदी व्यवस्था के स्थान पर कैशलेस व्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न कदम उठा रही है।
उन्होंने लोगों से इसमें सहयोग की अपील करते हुए कहा है कि यदि एक बार वे इस व्यवस्था की आदत डाल लेंगे तो उन्हें जेब में नोट रखने की जरूरत ही नहीं पडेगी । कारोबार तो आसानी से चलेगा ही उसमें पारदर्शिता भी आएगी। इससे दो-नंबरी कारोबार बंद हो जाएंगे और काले धन का तो प्रभाव ही कम हो जाएगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस व्यवस्था को अपनाने में शुरू में थोडी दिक्कत तो आयेगी लेकिन बदलते समय को देखते हुए यह जरूरी है और इस बदलाव को हम जितनी जल्दी अपना लेंगे उतना ही अधिक फायदा भी होगा।
उन्होंने मोबाइल का उदाहरण देते हुए कहा कि बीस साल पहले किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि सवा सौ करोड आबादी वाले इस देश के हर आदमी के हाथ में मोबाइल भी हो सकता है। लेकिन अब यह हमारी जरूरत बन गया है और उन्हें उम्मीद है कि यह कैशलेस व्यवस्था भी आने वाले समय में ऐसा ही जरूरत बन जाएगी। (वार्ता)