अलवर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर महाभियोग की धमकी देकर न्यायमूर्तियों को डराने का आरोप लगाते हुए कहा है कि वह राज्यसभा की ताकत पर देश को बंदी बनाने का काम कर रही है।
मोदी यहां राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के पक्ष में चुनाव प्रचार के दौरान आयोजित जनसभा में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने राज्यसभा में संख्या बल पर महाभियोग की धमकी देकर न्यायमूर्तियों को डराने-धमकाने का नया खेल शुरू किया है। उन्होंने कहा कि इस कारण न्यायपालिका के काम में विलम्ब हो रहा है।
उन्होंने बुद्धिजीवियों से विश्लेषण करने का आह्वान करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी उच्चतम न्यायालय के बड़े वकीलों को राज्यसभा में बैठाती है और उन्हीं वकीलों के माध्यम से देश के संवेदनशील मामलों को लटकाने का काम करती है उन्होंने आरोप लगाया कि ये वकील देश के संवेदनशील मामलों को शीघ्र न्याय नहीं दिलवाने के लिए काम कर रहे हैं।
उन्होंने अयोध्या मसले की चर्चा करते हुए कहा कि कांग्रेस के वकील बेशर्मी के साथ उच्चतम न्यायालय में जाकर कहते है कि इस मामले को वर्ष 2019 तक चलाओ। उन्होंने कहा कि संवेदनशील मामलों को इस तरह घसीटना उचित नहीं है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि जब उनकी राजनीतिक इरादों के अनुसार समय पत्र नहीं बनाने पर न्यायाधीशों को डराने धमकाने का काम चल रहा है। यह खेल देश एवं न्यायपालिका के लिए खतरनाक है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस का न्यायपालिका पर भरोसा नहीं हैं और वह राज्यसभा की ताकत पर देश को बंदी बनाने का काम कर रही हैं। उन्होंने न्यायमूर्तियों को विश्वास दिलाते हुए कहा कि कांग्रेस के किसी भी ऐसे मिशन को कामयाब नहीं होने दिया जाये तथा लोकतंत्र की किसी भी रूप में हत्या नहीं होने दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि राज्यसभा में उनकी पार्टी का बहुमत नहीं है इसलिए संख्या का संतुलन नहीं होने के कारण कांग्रेस ऐसे संवेदनशील मुद्दों को राज्यसभा में वकीलों को भेजकर मामले को लटकाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि इन वकीलों को भी पता है कि उनके तर्क में दम नहीं है लेकिन वह तर्क वितर्क तथा धमकी देकर न्यायाधीशों को धमकाने का काम कर रहे हैं और मामले को घसीटना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के इस नए खेल को किसी भी सूरत में नहीं चलने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इन लोगों की लोकतंत्र में आस्था नहीं है और ये संसद को चलने नहीं दे रहे हैं।