कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पश्चिम बंगाल रैली के दौरान यह फोटो काफी कुछ कह रहा है। इस तस्वीर में एक मुस्लिम मोदी के कान में कुछ कहता दिख रहा है। हालांकि नहीं दिख रही है तो कोरोनावायरस काल की सोशल डिस्टेंसिंग या फिर दो गज की दूरी...
उल्लेखनीय है कि बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अल्पसंखयक समुदाय के लोगों से अपने वोट नहीं बंटने देने की अपील की थी। अर्थात मुस्लिम समुदाय के वोट टीएमसी को देने की परोक्ष अपील की थी। बनर्जी ने यहां शनिवार को एक जनसभा में कहा कि भाजपा ने ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) और भारतीय धर्मनिरपेक्ष मोर्चा (ISF) को विभाजनकारी राजनीति में भूमिका निभाने के लिए प्रोत्साहित किया है। इस दौरान उन्होंने मुसलमानों से हैदराबाद की भाजपा समर्थित और उसकी बंगाल की सहयोगी पार्टियों के जाल में न फंसने का आह्वान किया, जो वोटों के ध्रुवीकरण के लिए घूम रही हैं।
दूसरी ओर, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस की अवरोधकारी मानसिकता के कारण पश्चिम बंगाल उद्योगों और नौकरियों से वंचित रहा। उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ने यह दावा कर लोगों के आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाई कि लोग पैसे लेकर भाजपा की रैलियों में आ रहे हैं। मोदी ने कहा कि अगर खिलाड़ी अंपायर की आलोचना करे तो आप जान लें कि खेल खत्म हो चुका है।
हालांकि मोदी और मुस्लिम युवक के फोटो पर ट्विटर यूजर्स ने रोचक कमेंट किए। नरेन्द्र मोदी फेन ने इस फोटो को शेयर करते हुए लिखा- मोदी जी प्लीज कागज मत मांगो। अभिषेक कुमार ने लिखा- असली खेला तो यहां चल रहा है। एक अन्य ने फोटो ट्वीट कर लिखा कि 'लापरवाही' बढ़ती जा रही है। भाई साहब नामक ट्विटर हैंडल पर लिखा गया- कोई कोर्ट केस नहीं कर रहा मोदी जी पर, कोविड के टाइम में इतनी भीड़ जमा करने के लिए।