नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी स्थित प्रगति मैदान क्षेत्र में रविवार को शुरू हुई पहली सड़क सुरंग और इसके 5 अंडरपास आईटीओ और उसके आसपास यातायात जाम से वाहन चालकों को निजात दिलाएंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रगति मैदान इंटीग्रेटेड ट्रांजिट कॉरिडोर का आज उद्घाटन किया, जिसमें 1.3 किलोमीटर लंबी सुरंग और 5 अंडरपास शामिल हैं। इसका निर्माण 4 साल में हुआ है।
लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के अधिकारियों के अनुसार, इंटीग्रेटेड ट्रांजिट कॉरिडोर पूर्वी दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद से इंडिया गेट और मध्य दिल्ली के अन्य क्षेत्रों की ओर यात्रा करने वालों को आईटीओ, मथुरा रोड और भैरों मार्ग पर यातायात जाम की समस्या से मुक्ति दिलाएगा।
पीडब्ल्यूडी के एक अधिकारी ने बताया, पहले उन्हें मध्य दिल्ली के इलाकों की ओर जाते समय आईटीओ और भैरों मार्ग पर जाम की समस्या का सामना करना पड़ता था, लेकिन सुरंग के खुल जाने से अब ऐसा नहीं होगा। सुरंग का निर्माण कार्य मार्च 2018 में शुरू हुआ था और इसे सितंबर 2019 तक पूरा किया जाना था, लेकिन निर्माण कार्य में शामिल जटिलताओं के कारण समय सीमा को जून 2020 तक बढ़ा दिया गया था।
कोरोनावायरस (Coronavirus) लॉकडाउन के कारण समय सीमा को पहले दिसंबर 2020 तक और फिर मार्च 2022 तक बढ़ा दिया गया। अधिकारियों ने कहा कि लॉकडाउन और शहर में प्रदूषण का स्तर बढ़ने के कारण निर्माण गतिविधियों पर प्रतिबंध की वजह से देरी हुई।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के एक बयान के अनुसार, प्रगति मैदान इंटीग्रेटेड ट्रांजिट कॉरिडोर परियोजना 920 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से बनाई गई है और यह पूरी तरह से केंद्र सरकार द्वारा वित्त पोषित है। इस परियोजना को दिल्ली सरकार के पीडब्ल्यूडी द्वारा निष्पादित किया गया था।
पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने कहा कि सुरंग के अंदर एक सार्वजनिक घोषणा प्रणाली की सुविधा दी गई है और यह डिजिटल नियंत्रण कक्ष जैसी नवीनतम तकनीकों से भी लैस है।(भाषा)