मुंबई। चक्रवाती तूफान तौकते मजबूत हो गया है और यह गुजरात एवं केंद्र शासित प्रदेश दमन-दीव एवं दादरा-नगर हवेली की ओर बढ़ रहा है। वहीं, इसकी वजह से मुंबई में तेज हवाएं चल सकती है और बारिश हो सकती है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने शनिवार को यह जानकारी दी।
आईएमडी ने बताया कि इस चक्रवाती तूफान के और मजबूत होने और शनिवार रात तक बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की संभावना है। तौकते को लेकर प्रधानमंत्री ने समीक्षा बैठक की। उन्होंने बिजली, दूरसंचार, स्वास्थ्य, पेयजल जैसी जरूरी सेवा को बनाए रखना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
मौसम विभाग ने बताया कि संभव है कि यह उत्तर-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़े और 18 मई को गुजरात के पोरबंदर और नलिया तट से गुजरे। आईएमडी ने बताया कि इसकी वजह से इलाके में भारी बारिश हो सकती है। हालांकि, मुंबई जैसे शहरों के बहुत प्रभावित होने की संभावना नहीं है। मौसम विभाग ने बताया कि 17 मई को मुंबई सहित उत्तरी कोंकण के कुछ स्थानों पर तेज हवाओं के साथ-साथ भारी बारिश हो सकती है।
गुजरात सरकार ने तैयारियां कीं : भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) द्वारा चक्रवाती तूफान तौकते को लेकर जारी चेतावनी के मद्देनजर गुजरात सरकार ने जानमाल के नुकसान से बचाव के लिए तैयारियां की हैं और एक नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किया है।
मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने शनिवार को कहा कि केंद्रीय परामर्श के अनुसार, सौराष्ट्र क्षेत्र के जिलों में घरों, सड़कों और विद्युत एवं संचार लाइनों के नुकसान का पूर्वानुमान जताया गया है। आईएमडी ने शनिवार को कहा कि अरब सागर के ऊपर बना दबाव का क्षेत्र अब चक्रवाती तूफान तौकते में तब्दील हो गया है और इसके 18 मई के आसपास पोरबंदर तथा नलिया के बीच गुजरात तट को पार करने की संभावना है। इस दौरान सौराष्ट्र और कच्छ के तटों के पास बेहद तेज बारिश के साथ ही 175 किलामीटर प्रतिघंटा तक की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।
इसने कहा कि तौकते 16 से 18 मई के बीच अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान के रूप में रहेगा। रूपाणी ने कहा कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीमें तैनात की जाएंगी। मुख्यमंत्री ने बनासकांठा जिले के पालनपुर में संवाददाताओं से कहा, राज्य सरकार ने पूरी तैयारियां की हैं और एक नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किया गया है। सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात के जिलों के प्रशासन को सतर्क किया गया है क्योंकि ये क्षेत्र चक्रवात से प्रभावित हो सकते हैं। एनडीआरएफ के दल राज्य में पहुंच रहे हैं और उन्हें तैनात किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार चक्रवात से होने वाले जनहानि से बचाव के लिए पूरी तरह प्रयास करेगी।
इस बीच, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने परामर्श जारी कर गुजरात सरकार को परिस्थिति पर निरंतर निगरानी रखने और करीबी नजर बनाए रखने को कहा है। साथ ही उपयुक्त सावधानी उपाय करने का भी परामर्श दिया है। मंत्रालय ने यह भी कहा कि राज्य में मछली पकड़ने की गतिविधियों पर पूरी तरह रोका जाना चाहिए और प्रभावित इलाकों के लोगों को घरों में ही रहने को कहा जाना चाहिए।
एनडीआरएफ ने बढ़ाई टीमों की संख्या : आईएमडी द्वारा अपराह्न 1:45 बजे जारी किए गए बुलेटिन में कहा गया, इसके (तौकते) अगले छह घंटे के दौरान भीषण चक्रवाती तूफान में परिवर्तित होने की काफी संभावना है और फिर अगले 12 घंटे में इसके अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना है। इसके उत्तर-उत्तर-पश्चिमी दिशा की तरफ बढ़ने और लगभग 18 मई को अपराह्न/शाम के समय पोरबंदर तथा नलिया के बीच गुजरात तट को पार करने की संभावना है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने चक्रवात के मद्देनजर राहत एवं बचाव कार्य के उद्देश्य से अपनी टीमों की संख्या 53 से बढ़ाकर 100 कर दी है।
केंद्रीय जल आयोग ने भी चक्रवात को लेकर केरल के मध्य एवं उत्तरी हिस्सों, पास के दक्षिण तटीय एवं कर्नाटक के दक्षिण तटवर्ती क्षेत्रों के लिए मध्यम से उच्च स्तर के जोखिम का अलर्ट जारी किया है। गोवा में सरकार ने चक्रवात के मद्देनजर आवश्यक कदम उठाए हैं। आईएमडी के अनुसार चक्रवात के चलते कोंकण और गोवा में 15 और 16 मई को भारी से अत्यंत भारी बारिश हो सकती है।
उधर, तमिलनाडु सरकार ने शनिवार को चक्रवात तौकते को लेकर अधिकारियों को सतर्क रहने को कहा है। मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने अधिकारियों को बांधों में जलस्तर की निगरानी रखने और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। केरल से सटे कन्याकुमारी जिले, तिरुनेलवेली और पश्चिमी घाट क्षेत्र के कुछ जिलों में शनिवार को वर्षा हुई। स्टालिन ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के दौरान कोविड-19 बचाव नियमों का पालन सुनिश्चित किया जाए।
उद्धव ने चौकन्ना रहने को कहा : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य के तटीय जिलों में प्राधिकारियों को स्थिति से निपटने के लिए चौकन्ना रहने और साजोसामान तैयार रखने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा शुक्रवार देर रात जारी एक बयान में ठाकरे के हवाले से कहा गया, चौकन्ना रहिए और जहां भी जरूरत पड़े बचाव अभियान चलाएं।
ठाकरे ने कहा कि इस चक्रवात का असर पालघर, रायगढ़, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग जिलों में पड़ सकता है और इन जिलों के जिलाधीशों को बचाव उपकरण और श्रमबल के लिहाज से सभी आवश्यक एहतियात बरतने के लिए कहा गया है। बयान में कहा गया है कि ठाकरे ने आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक के दौरान यह बात कही। चक्रवात से निपटने की तैयारियों का जायजा लेने के लिए यह बैठक हुई। (इनपुट भाषा)