पीएम मोदी ब्रुनेई जाने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री, क्यों खास है यह दौरा?
6 साल बाद सिंगापुर की यात्रा करेंगे नरेंद्र मोदी
PM Narendra Modi news : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को ब्रुनेई और सिंगापुर की तीन दिवसीय यात्रा पर रवाना हो गए। यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री का पहला ब्रुनेई दौरा है। यह यात्रा भारत और ब्रुनेई के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना के 40 वर्ष पूरे होने का भी प्रतीक होगी। इसका उद्देश्य सभी मौजूदा क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को और मजबूत करना है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह ब्रुनेई दारुस्सलाम और सिंगापुर की तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर रवाना हुए। सुल्तान हाजी हसनल बोल्किया के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री मोदी ब्रुनेई दारुस्सलाम जा रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी की ब्रुनेई यात्रा किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली द्विपक्षीय यात्रा होगी। इसके बाद वे सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग के निमंत्रण पर सिंगापुर जाएंगे। यह यात्रा 4-5 सितंबर के बीच निर्धारित है।
इससे पहले देश मंत्रालय में सचिव-पूर्व जयदीप मजूमदार ने बताया कि सुल्तान हाजी हसनल बोल्किया के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री मोदी तीन-चार सितंबर को ब्रुनेई की यात्रा पर जाने वाले हैं। ब्रुनेई भारत की एक्ट ईस्ट नीति और हिंद-प्रशांत के उसके दृष्टिकोण में एक महत्वपूर्ण साझेदार है।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस यात्रा से ब्रुनेई के साथ रक्षा सहयोग, व्यापार और निवेश, ऊर्जा, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य सहयोग, क्षमता निर्माण, संस्कृति के साथ-साथ लोगों के बीच आदान-प्रदान सहित सभी मौजूदा क्षेत्रों में हमारा सहयोग और मजबूत होगा और नए क्षेत्रों में सहयोग के अवसर तलाशे जाएंगे।
मजूमदार ने कहा, अपने दौरे के दूसरे चरण में, पीएम मोदी सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग के निमंत्रण पर 4 और 5 सितंबर को सिंगापुर की यात्रा करेंगे। दोनों नेता भारत-सिंगापुर रणनीतिक साझेदारी की प्रगति की समीक्षा करेंगे और आपसी हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचार विमर्श करेंगे।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी करीब छह साल बाद सिंगापुर की यात्रा करने वाले हैं। मोदी दी ने अपने पहले कार्यकाल में सिंगापुर की यात्रा की थी। सिंगापुर दक्षिण-पूर्वी एशियाई देशों के संगठन (आसियान) में भारत का सबसे बड़ा व्यापार साझेदार है और यह देश प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) का एक प्रमुख स्रोत है।
मजूमदार ने कहा कि सिंगापुर दुनिया भर में भारत का छठा सबसे बड़ा व्यापार साझेदार है और पिछले वित्त वर्ष के दौरान यह 11.77 अरब अमरीकी डॉलर मूल्य का एफडीआई का सबसे बड़ा स्रोत था। उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि यह यात्रा (सिंगापुर की) सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देगी।