मुंबई। पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव (PMC) बैंक घोटाले में आरोपी रियल एस्टेट कंपनी हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (HDIL) के प्रमोटर अपनी 18 अटैच संपत्ति बेचकर रकम चुकाने के लिए तैयार हैं।
बुधवार को एडीआईएल के प्रमोटर राकेश और सारंग वधावन ने वित्त मंत्रालय, आरबीआई और जांच एजेंसियों को पत्र लिखा। इसमें उन्होंने अपना एयरक्राफ्ट, अल्ट्रा लग्जरी कारें और याट-बोट समेत 18 अटैच संपत्तियों को नीलाम करने की बात कही है।
मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा के मुताबिक पंजाब एंड महाराष्ट्र कॉ-ऑपरेटिव बैंक का घोटाला 4,355 करोड़ रुपए का है।
गिरफ्तार किए गए पिता-पुत्र के हस्ताक्षर वाले पत्र में कहा गया है कि हम प्राथमिकी में लगाए आरोपों को खारिज करते हुए आपसे अपनी कुछ संपत्तियों को बेचने और इसे संबंधित कंपनियों द्वारा लिए कर्ज के रूप में चुकाने के वास्ते फौरन कदम उठाने का आग्रह करते हैं। अब तक 3 खाताधारकों की जान कथित तौर पर पीएमसी बैंक में फंसी पूंजी के कारण तनाव में चली गई थी।
बैंक के पूर्व निदेशक को किया गिरफ्तार : पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव (PMC) बैंक के पूर्व निदेशक सुरजीत सिंह अरोरा को मुंबई से गिरफ्तार कर लिया गया है' सुरजीत सिंह अरोरा को आर्थिक अपराध शाखा ने गिरफ्तार किया है। इससे पहले पीएमसी बैंक मामले में उनसे बुधवार को पूछताछ हुई थी।
क्या है PMC घोटाला : पीएमसी बैंक के मैनेजमेंट ने अपने नॉन परफॉर्मिंग एसेट और लोन वितरण के बारे में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) को गलत जानकारी दी थी। जांच में सामने आया कि जॉय थॉमस की अगुवाई में बैंक मैनेजमेंट ने कंस्ट्रक्शन कंपनी HDIL को फंड दिलाने के लिए हजारों डमी अकाउंट खोले हुए थे।
थॉमस और मैनेजमेंट के कुछ लोगों ने मिलकर 4,226 करोड़ रुपए (बैंक के टोटल लोन का 73% हिस्सा) सिर्फ एक ही कंपनी HDIL को दिए थे, जो अब दिवालिया हो गई है। इसके बाद (RBI) ने बैंक पर कई पाबंदियां लगा दी। RBI की पाबंदियों के कारण खाताधारक खातों से सीमित रुपया निकाल पा रहे हैं।