नई दिल्ली। दिल्ली में प्रदूषण का स्तर शनिवार को कुछ कम हुआ, लेकिन अब भी वह 'खतरनाक' स्तर पर बना हुआ है। अधिकारियों ने उम्मीद जताई कि प्रदूषक तत्वों के कम होने के कारण दिन में वायु की गुणवत्ता में सुधार होगा।
केंद्र द्वारा संचालित सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फॉरकास्टिंग एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट (एसएएफएआर) ने बताया कि 'बेहद खतरनाक' स्तर पर पहुंच गया प्रदूषण का स्तर धीरे-धीरे कम हो रहा है क्योंकि प्रदूषक तत्व कम हो गए हैं।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, पीएम 10 का स्तर (10 मिलीमीटर से कम मोटाई वाले कणों की मौजूदगी) आज दिल्ली-एनसीआर में 522 और दिल्ली में 529 मापा गया। गौरतलब है कि बुधवार को पीएम 10 का स्तर दिल्ली-एनसीआर में 778 और दिल्ली में 824 पर पहुंच गया था, जिससे शहर की आबोहवा पूरी तरह से दूषित हो गई थी।
सीपीसीबी के आंकड़ों के अनुसार, पीएम 2.5 (2.5 मिलीमीटर से कम मोटाई के कणों की मौजूदगी) का स्तर 'बेहद खराब' से 'खतरनाक' पर पहुंच गया था और अब वह कम होकर 'बहुत खराब' की श्रेणी में आ गया है। दिल्ली-एनसीआर और दिल्ली में पीएम 2.5 का स्तर आज 124 मापा गया।
इस बीच, शहर में कल तक के लिए निर्माण गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है। सीपीसीबी ने बताया कि पश्चिमी भारत खासतौर से राजस्थान से धूलभरी आंधी चलने के कारण मंगलवार को वायु की गुणवत्ता बहुत खराब हो गई थी। धूलभरी आंधी चलने से हवा में मोटे कणों की मात्रा बढ़ गई थी।
एसएएफएआर के एक वैज्ञानिक गुफरान बेग ने कहा कि हवा ने कल रफ्तार पकड़ी जिसके बाद प्रदूषक तत्वों में तेजी से कमी आ रही है, इससे हवा की गुणवत्ता में सुधार हुआ है। आगे भी वायु गुणवत्ता में सुधार होने की संभावना है। मौसम विभाग ने राष्ट्रीय राजधानी में गरज के साथ छीटें पड़ने और आसमान में बादल छाए रहने का अनुमान जताया है। (भाषा)