नई दिल्ली। सेना के रिसर्च एंड रेफरल (आरएंडआर) अस्पताल ने मंगलवार को बताया कि पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी (Pranab Mukherjee) की हालत नाजुक बनी हुई है और उन्हें जीवनरक्षक प्रणाली (Ventilator Support) पर रखा गया है। इससे एक दिन पहले उनके मस्तिष्क की सर्जरी की गई थी।
मुखर्जी को सोमवार की दोपहर के वक्त सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया था और सर्जरी से पहले उनमें कोविड-19 की भी पुष्टि हुई थी।
अस्पताल की ओर से जारी मेडिकल बुलेटिन में कहा गया कि पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को 10 अगस्त 2020 को गंभीर स्थिति में 12 बजकर 7 मिनट पर दिल्ली छावनी स्थित सेना के आर एंड आर अस्पताल में भर्ती कराया गया।
इसमें कहा गया कि अस्पताल में की गई चिकित्सीय जांच में सामने आया कि उनके मस्तिष्क में एक बड़ा-सा थक्का है, जिसके लिए उनकी आपातकालीन जीवनरक्षक सर्जरी की गई। सर्जरी के बाद भी उनकी हालत नाजुक बनी हुई है और उन्हें जीवनरक्षक प्रणाली पर रखा गया है।
विभिन्न विशेषज्ञता वाले डॉक्टरों की टीम पूर्व राष्ट्रपति के स्वास्थ्य की लगातार निगरानी कर रही है। मुखर्जी ने सोमवार को ट्वीट कर बताया कि वे कोविड-19 की जांच में संक्रमित पाए गए हैं और पिछले हफ्ते उनके संपर्क में आने वाले लोगों से अपील की कि वे खुद को पृथक कर लें और कोरोनावायरस की जांच करवाएं।
उनके अस्पताल में भर्ती होने की खबरों के तुरंत बाद विभिन्न वर्गों से उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना करने वाले संदेश आने लगे और कई नेताओं ने ट्विटर के माध्यम से उनकी कुशलता की कामना के संदेश ट्वीट किए।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी से सोमवार की शाम बात की और उनकी सेहत के बारे में जाना। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को आरएंडआर अस्पताल का दौरा किया और पूर्व राष्ट्रपति के स्वास्थ्य का जायजा लिया। सिंह करीब 20 मिनट तक अस्पताल में रहे।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी पूर्व राष्ट्रपति को शुभकामनाएं भेजी और उनके जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना की। मुखर्जी भारत के 13वें राष्ट्रपति निर्वाचित होने से पूर्व कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे और उन्होंने राष्ट्रपति के पद पर जुलाई 2012 से 2017 तक सेवा दी। (भाषा)