दिल्ली विधानसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल की हैट्रिक लगाने में बड़ी भूमिका निभाने वाले चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की बिहार विधानसभा चुनाव में क्या भूमिका होगी इसको लेकर अटकलों का बाजार गर्म है। लोकसभा चुनाव में दिल्ली में बुरी तरह हराने वाले आम आदमी पार्टी ने कैसे विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत हासिल की इसका पूरा श्रेय चुनावी विश्लेषक प्रशांत किशोर को दे रहे है।
राजनीतिक विश्लेषक रशीद किदवई दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा की हार के लिए और AAP की जीत के लिए Pk फैक्टर को महत्वपूर्ण बताते है। वह कहते हैं कि जब से प्रशांत किशोर अरविंद केजरीवाल के साथ जुड़े तब से आप की रणनीतियों पर उनकी छाप नजर आने लगी। पहले जहां अरविंद केजरीवाल सीधे खुलकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करते थे, वह पूरे चुनाव के दौरान पीएम मोदी पर एकदम चुप रहे इसके साथ ही केजरीवाल ने बहुत ही सावधानीपूर्वक विवादित मुद्दों से खुद को दूर रखा।
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर जो हाल के दिनों तक बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सबसे भरोसेमंद साथी और जेडीयू में नीतीश के बाद नंबर दो के नेता माने जाते थे तो वह अब नीतीश कुमार को सत्ता से बेदखल करने के लिए नई रणनीति बनाने में जुटे हुए है। प्रतिष्ठा की इस लड़ाई में प्रशांत किशोर से जुड़े नजदीकी लोग बताते हैं कि बिहार चुनाव को लेकर अंदरखाने बड़े पैमाने पर तैयारियां चल रही है। चर्चा इस बात की भी तेजी से है कि प्रशांत किशोर बिहार विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी का चेहरा बन विपक्षी गठबंधन में शामिल हो सकते है य़ा वह खुद अपनी पार्टी बनाकर चुनावी मैदान में आ सकते है।
दिल्ली में प्रचंड जीत हासिल करने के बाद बिहार में अपनी एंट्री के लिए तैयार दिख रही आम आदमी पार्टी के बिहार के मधुबनी से आने वाले विधायक संजीव झा से जब वेबदुनिया ने प्रशांत किशोर को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि अभी इस बार में पार्टी ने आधिकारिक तौर पर कोई निर्णय नहीं लिया है। अब दिल्ली चुनाव के बाद पार्टी में संगठन स्तर पर ये निर्णय होगा बिहार में कैसे एंट्री करनी है।