इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में आज से 3 दिवसीय प्रवासी भारतीय सम्मेलन शुरू हुआ। इसमें 70 देशों के 3500 से ज्यादा लोग शामिल हो रहे हैं। सम्मेलन से जुड़ी 10 खास बातें...
-17वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन का थीम वाक्य प्रवासी : अमृत काल में भारत की प्रगति के विश्वसनीय भागीदार है।
-वर्ष 2002 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने हर साल 9 जनवरी को प्रवासी भारतीय दिवस मनाने की घोषणा की थी।
-सम्मेलन के लिए दुल्हन सा सजा इंदौर। दीवारों पर उकेरी गई जबरदस्त तस्वीरें। सुपर कॉरिडोर, MR-10, विजयनगर, राजवाड़ा, सराफा और 56 दुकान की खूबसूरती ने किया हैरान।
-सम्मेलन के पहले दिन गुयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली, सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी, ऑस्ट्रेलिया की सांसद जेनेटा मैस्करेनहास जैसी हस्तियां शामिल होंगी।
-सम्मलेन के लिए 10 हजार से ज्यादा सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। 100 से ज्यादा प्रशासनिक अधिकारियों की भी तैनाती। प्रवासी भारतीय सम्मेलन के तुरंत बाद 11 जनवरी से ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट का आयोजन होगा।
-प्रवासी भारतीय सम्मेलन के तहत पहले दिन शुभारंभ अवसर पर 90-90 मिनट के दो सत्र होंगे। दूसरे दिन सत्र 60-60 मिनट के रहेंगे।
-प्रधानमंत्री नरेंद मोदी 9 जनवरी को प्रवासी भारतीय सम्मेलन को संबोधित करेंगे। खास मेहमानों के साथ लेंगे भोजन। इनमें मोटे अनाज से बने मालवा के व्यंजन भी शामिल।
-राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 10 जनवरी को सम्मेलन के समापन समरोह में शामिल होंगी और प्रवासी भारतीयों को सम्मानित करेंगी।
-प्रवासी भारतीय सम्मेलन जनवरी में आयोजित किया जाता है। इसका उद्देश्य विदेशों में रहने वाले भारतीय मूल को अपने देश आने और बात रखने का मंच प्रदान करना है।
-सम्मेलन में जी20 देशों की भाषा में गूंजेगा महात्मा गांधी का भजन 'वैष्णव जन जो तेने कहिए'। भारत इस वर्ष G-20 की अध्यक्षता कर रहा है।
-सम्मेलन के दौरान 10 स्थानों पर होंगे सांस्कृतिक आयोजन। 5 डोम में लगेंगी डिजिटल प्रदर्शनियां।
Edited by : Nrapendra Gupta