नागपुर। विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के प्रमुख प्रवीण तोगड़िया ने अयोध्या में विवादित स्थल पर राम मंदिर का निर्माण करने के लिए कानून नहीं बनाने को लेकर केंद्र की भाजपा नीत सरकार पर आज गहरी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पास पाकिस्तान के प्रधानमंत्री से मिलने का समय है लेकिन अपने बचपन के मित्र (तोगड़िया) से मिलने का नहीं।
तोगड़िया ने कहा कि अगर राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद को अदालत के जरिये ही हल करना था तो 1992 में आंदोलन क्यों हुआ? और क्यों बड़ी संख्या में लोगों ने अपने प्राणों का बलिदान दिया? अयोध्या मामले की उच्चतम न्यायालय में सुनवाई हो रही है।
तोगड़िया ने कहा कि राम मंदिर बनाने के लिए आम राय तैयार करने की खातिर आंदोलन हुआ ताकि मंदिर समर्थक सरकार सत्ता में आए और इसके निर्माण के लिए कानून बनाए। उन्होंने कहा कि विवादित भूमि और आसपास के 66 एकड़ इलाके में केवल एक मंदिर ही बन सकता है।
तोगड़िया ने कहा कि भाजपा ने 1987 में अपनी पालमपुर राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में राम मंदिर के निर्माण के लिए संसद में कानून पारित कराने का वादा किया था, लेकिन पिछले 4 साल में कोई कानून पारित नहीं हुआ और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस मुद्दे पर खामोश हैं।
उन्होंने कहा कि एक सप्ताह पहले ही मैंने प्रधानमंत्री को एक पत्र लिखा है कि आप पाकिस्तान के (तत्कालीन) प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से मिल सकते हैं लेकिन आपके पास यह शिष्टाचार नहीं है कि अपने बचपन के मित्र (तोगड़िया) से मिलें और राष्ट्रीय हित के मुद्दों पर चर्चा करें।