नई दिल्ली। राष्ट्रपति चुनाव में सत्तारुढ़ राजग के उम्मीदवार के रूप में रामनाथ कोविंद का नाम घोषित किए जाने के बाद विपक्षी पार्टियों की ओर से गुरुवार को संप्रग के उम्मीदवार का ऐलान किया जाएगा। हालांकि विपक्ष ने राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार के चयन को लेकर दिल्ली में सत्तारुढ़ और पंजाब में मुख्य विपक्षी आम आदमी पार्टी (आप) से फिलहाल दूरी बनाकर रखी है। राष्ट्रपति चुनाव के निर्वाचक मंडल में 9000 मतों की भागीदारी वाली आप को कल होने वाली बैठक के लिए अब तक आमंत्रण नहीं मिलने के मद्देनजर पार्टी कल ही इस दिशा में अपना रुख तय करेगी।
आप नेता आशुतोष ने कहा कि कल विपक्ष की बैठक के बाद हम राष्ट्रपति चुनाव को लेकर अपनी पार्टी की रणनीति तय करेंगे। हालांकि राजग उम्मीदवार कोविंद को समर्थन देने के सवाल पर आशुतोष ने कहा कि मई 2014 में भाजपा के सत्तारुढ़ होने के बाद देशभर में दलितों के शोषण और अन्याय की वारदातें बढ़ गई हैं।
इस बीच सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों की ओर से राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवारी को लेकर आप से कोई संपर्क नहीं किया गया। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह द्वारा केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, एम. वैंकेया नायडू और अरुण जेटली की मौजूदगी वाली समिति ने सभी विपक्षी दलों से विचार-विमर्श के दौरान भी आप से कोई संपर्क नहीं किया जबकि कांग्रेस की अगुवाई में विपक्षी संप्रग ने भी आप से फिलहाल दूरी बनाकर रखी है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में कल होने वाली संप्रग के घटक दलों की बैठक के लिए आप को अभी तक आमंत्रण नहीं मिला है।
समझा जाता है कि कांग्रेस ने सोची-समझी रणनीति के तहत इस मामले में आप से दूरी बनाकर रखी है। राजग द्वारा कोविंद का नाम घोषित किए जाने से पहले भी कांग्रेस ने विपक्षी दलों के नेताओं के साथ दो दौर की बातचीत के लिए आप नेताओं से कोई संपर्क नहीं किया था। इसमें सोनिया गांधी द्वारा 26 मई को संप्रग के घटक दलों के लिए दोपहर के भोज पर आयोजित बैठक में भी आप को नहीं बुलाया गया था। उस समय आप को संप्रग का घटक दल नहीं होने की दलील दी गई थी।
कांग्रेस के एक नेता ने बताया कि कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के खिलाफ आप संयोजक अरविंद केजरीवाल के अपमानजनक बयानों के मद्देनजर पार्टी ने आप से दूरी बनाकर रखी है। समझा जाता है कि राकांपा ने भी आप को विपक्ष के मंच पर नहीं बुलाने की वकालत की है। इस बीच आप से विपक्ष के परहेज को देखते हुए केजरीवाल ने जदयू नेता शरद यादव और तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार को लेकर विचार विमर्श कर चुके हैं।
आप के दिल्ली और पंजाब में 85 विधायकों और चार सांसदों को देखते हुए 17 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के निर्वाचक मंडल में 89 मतदाता हैं। इनके मतों का कुल मूल्य नौ हजार है। (भाषा)