नई दिल्ली। देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद के लिए 17 जुलाई को होने वाले चुनाव के मतदाताओं में 1581 सांसद और विधायक ऐसे हैं, जिनके खिलाफ आपराधिक मामले हैं। इसे इन विधायकों और सांसदों ने अपने आखिरी चुनाव के वक्त चुनाव आयोग के समक्ष दाखिल हलफनामे में स्वयं स्वीकार किया है।
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) और नेशनल इलेक्शन वॉच ने सांसदों और विधायकों के 4896 हलफनामों में से 4852 का विश्लेषण किया है। इसमें लोकसभा और राज्यसभा के 776 में से 774 और पूरे देश के 4120 में से 4078 विधायकों के शपथ पत्रों का आकलन किया गया है। नए राष्ट्रपति के चुनाव में ये 4852 सांसद एवं विधायक वोट डालेंगे।
एडीआर के अनुसार, विश्लेषण में शामिल 4852 मतदाताओं में से 33 प्रतिशत यानी 1581 का आपराधिक रिकॉर्ड है। इसे इन विधायकों और सांसदों ने अपने आखिरी चुनाव के वक्त चुनाव आयोग के समक्ष दाखिल हलफनामे में स्वयं स्वीकार किया है। लोकसभा के 543 में से 34 प्रतिशत अर्थात 184 सांसद और राज्यसभा के 231 में से 19 प्रतिशत यानी 44 सांसद ऐसे हैं, जिन पर आपराधिक मामले हैं, जबकि 4078 विधायकों में से 33 प्रतिशत यानी 1353 की आपराधिक छवि है।
विश्लेषण में शामिल 4852 विधायकों में से 993 अर्थात 20 प्रतिशत ऐसे हैं, जिन्होंने अपने हलफनामों में गंभीर आपराधिक मामलों का ब्योरा दिया है। लोकसभा के 543 में से 22 प्रतिशत यानी 117 और राज्यसभा के 231 में से 7 प्रतिशत अर्थात 16 सांसद ऐसे हैं, जिनके खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले हैं। विधायकों में 860 अर्थात 21 प्रतिशत के खिलाफ गंभीर किस्म के मामले हैं।
एडीआर के अनुसार, 4852 सांसदों, विधायकों में से 71 प्रतिशत अर्थात 3460 करोड़पति है। लोकसभा के 543 में से 82 प्रतिशत यानी 445 और राज्यसभा के 231 में से 194 अर्थात 84 प्रतिशत सांसद करोड़पति हैं। विधायकों में 4078 में से 68 प्रतिशत अर्थात 2721 करोड़पति हैं। कर्नाटक में सबसे अधिक सांसद-विधायक करोड़पति हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रपति चुनाव के मतदाताओं में 451 अर्थात 9 प्रतिशत महिलाएं हैं। लोकसभा से 65 और राज्यसभा से 23 महिला सांसद हैं। विधायकों में 363 महिलाएं हैं। उत्तर प्रदेश विधानसभा में महिला मतदाताओं की संख्या सबसे अधिक है। वहां 402 विधायकों में से 40 महिला विधायक हैं। दूसरे नम्बर पर 41 महिला विधायकों के साथ पश्चिम बंगाल है जबकि 32 के साथ मध्यप्रदेश तीसरे स्थान पर है।
नए राष्ट्रपति का चुनाव 17 जुलाई होगा और मतगणना 20 जुलाई को होगी। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल 24 जुलाई को खत्म हो रहा है। (वार्ता)