नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की स्नातक की डिग्री की प्रामाणिकता को लेकर भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी (आप) के बीच छिड़ी जंग के बीच दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) ने स्पष्ट किया कि मोदी की डिग्री असली है।
आप नेताओं का एक दल डीयू में मोदी की डिग्री की सत्यता जांचने के लिए कुलपति योगेश त्यागी से मुलाकात करने गया था। उनकी भेंट नहीं हो पाई है। कुलपति की व्यस्तता की वजह और पहले से मुलाकात निर्धारित नहीं होने के कारण अब कल भेंट होना तय हुआ है।
आप नेता संजयसिंह ने बताया कि कुलपति ने कल 3 बजे मुलाकात का समय दिया है। आशुतोष, दिलीप पांडे और आशीष खेतान प्रतिनिधिमंडल में शामिल थे। डीयू पंजीयक (रजिस्टार) तरुण दास ने कहा कि हमने अपने रिकॉर्ड खंगाले हैं और उनकी जांच की है। जांच में पाया गया कि मोदी की डिग्री सही है। मोदी ने स्नातक परीक्षा 1978 में पास की थी और 1979 में उन्हें बीए की डिग्री प्रदान की गई।
दास के इस बयान के बावजूद आशुतोष ने एक बार फिर दावा किया है कि मोदी की डिग्री फर्जी है। भाजपा ने कल मोदी की डिग्री सार्वजनिक की थी, इसके बाद आप ने दावा करके इसे फर्जी बताया था। दरअसल, आप ने मोदी की डिग्री का मसला इतना अधिक उछाल दिया है कि यह उसकी नाक का सवाल बन गया है और वे हर कीमत पर इसे फर्जी साबित करके अपनी प्रतिष्ठा बचाने के लिए प्रयासरत है। (वार्ता)