जालंधर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि पंजाब के किसानों की पानी की ज्वलंत समस्या को खत्म करने के लिए राज्य को सिंधु नदी का पानी दिया जाएगा। मोदी ने शुक्रवार को यहां चुनाव रैली को संबोधित करते हुए कहा कि पंजाब कृषि प्रधान प्रदेश है तथा यहां के किसानों को पानी की सख्त जरूरत है। उन्होंने कहा कि किसानों की समस्या को देखते हुए हमने फैसला किया है कि पाकिस्तान को जाने वाला सिंधु नदी के पानी को रोक पंजाब की धरती को दिया जाएगा।
किसानों को यूरिया खाद की समस्या संबंधी बात पर मोदी ने कहा कि किसान पिछले लंबे अंतराल से यूरिया खाद लेने के लिए कतार में खड़े हो रहे थे, लेकिन इसकी कालाबाजारी के कारण उन्हें अपनी जरूरत अनुसार यूरिया नहीं मिल रहा था। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने यूरिया पर नीम की कोटिंग कर दी है जिसके कारण अब किसानों को इस खाद को लेने के लिए कतार में नहीं लगना होगा। उन्होंने कहा कि अवैध रूप से उद्योगों को जाने वाला यूरिया अब किसानों के काम आ रहा है जिससे उनकी यूरिया की आवश्यकता भी कम हुई है तथा उत्पादन में भी बढ़ोतरी हुई है।
उप्र .चुनाव को लेकर बिहार के महागठबंधन में बढ़ी तकरार
पटना। बिहार में सत्तारूढ़ महागठबंधन के घटक राष्ट्रीय जनता दल (राजद)-कांग्रेस ने जदयू के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में धर्मनिरपेक्ष मतों के विभाजन को रोकने की दलील देकर चुनाव में हिस्सा नहीं लेने के एलान को नकारते हुए कहा कि वास्तव में इस दल का वहां कोई वजूद ही नहीं है।
राजद के वरिष्ठ नेता और मनेर से पार्टी के विधायक भाई वीरेन्द्र ने बातचीत में कहा कि जदयू का उत्तर प्रदेश में कोई जनाधार ही नहीं है। जदयू ने बिहार की गाढ़ी कमाई को उत्तरप्रदेश में लुटाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों जदयू की उत्तर प्रदेश में हुई सभी रैलियों में भाड़े पर लोगों को जुटाया गया था।
राजद विधायक ने कहा कि भाड़े के बल पर आए हुए लोगों से किसी दल का जनाधार नहीं बनता है। उन्होंने आरोप लगाया और कहा कि जदयू सांप्रदायिक शक्तियों से सटा रहता है। उत्तर प्रदेश विधानसभा के चुनाव में हिस्सा नहीं लेने के एलान के बाद से जदयू धर्मनिरपेक्ष एकजुटता की दुहाई देने में लगा हुआ है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पार्टी के रोसड़ा से विधायक डॉ. अशोक कुमार ने कहा कि उत्तरप्रदेश विधानसभा के चुनाव में जदयू अपनी स्थिति से अच्छी तरह अवगत है और इसी को देखते हुए चुनाव में हिस्सा नहीं लेने का एलान किया है। उत्तरप्रदेश में हुए पिछले विधानसभा के चुनाव में जदयू अपना हस्र देख चुका है।
कुमार ने कहा कि कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (सपा) ने उत्तर प्रदेश में हो रहे विधानसभा के चुनाव में गठबंधन बनाते समय जदयू से संपर्क ही नहीं किया। उन्होंने कहा कि जदयू को इसके लिए बुरा नहीं मानना चाहिए।
वहीं जदयू के प्रदेश प्रवक्ता एवं विधान परिषद के सदस्य नीरज कुमार कहा कि उनकी पार्टी किसी के दबाव में और सलाह से काम नहीं करती। उत्तर प्रदेश विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ना जदयू नेतृत्व का अपना फैसला है। उन्होंने कहा कि जदयू किसी भी हाल में उत्तरप्रदेश विधानसभा के चुनाव में धर्मनिरपेक्ष मतों का बटवारा नहीं चाहता है।
उल्लेखनीय है कि बिहार में महागठबंधन के घटक जदयू ने दो दिन पूर्व पार्टी की यहां हुई कोर कमिटी की बैठक के बाद उत्तर प्रदेश विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ने के साथ ही किसी भी दल के लिए चुनाव प्रचार नहीं करने का एलान किया था। (वार्ता)