इंदौर स्वच्छता के साथ स्वाद की भी राजधानी : नरेन्द्र मोदी
प्रवासी भारतीय सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संबोधन
इंदौर। अहिल्या नगरी इंदौर में 17वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शहर की जमकर तारीफ करते हुए कहा कि इंदौर स्वच्छता के साथ ही स्वाद की भी राजधानी है। यहां की 56 दुकानों के साथ ही सराफा भी स्वाद के लिए जाना जाता है। दरअसल, इंदौर एक शहर नहीं दौर है। यह शहर समय से आगे चलता है।
पीएम मोदी ने कहा कि इंदौर शहर के अनुभव को आप खुद भी कभी नहीं भूलेंगे। साथ ही अपने-अपने क्षेत्रों में दूसरों को भी इसके बारे में बताना नहीं भूलेंगे। उन्होंने कहा कि प्रवासी भारतीय हमारे राष्ट्रदूत हैं। हमारे प्रवासी भारतीयों का आकलन जब दुनिया करती है तो उसे सशक्त और समर्थ भारत की आवाज सुनाई देती है। मैं सभी प्रवासियों को विदेशी धरती पर भारत का ब्रांड एम्बेसेडर कहता हूं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारे लिए पूरी दुनिया 'स्वदेश' है। इसी वैचारिक बुनियाद पर हमारे पूर्वजों ने हमारे सांस्कृतिक विचार को विस्तार दिया है। इससे मदर ऑफ डेमोक्रेसी होने का भारतीय गौरव कई गुना बढ़ जाता है।
एक भारत, श्रेष्ठ भारत : मोदी ने कहा कि दुनिया के किसी एक देश में जब भारत के अलग-अलग प्रांतों और अलग-अलग क्षेत्रों के लोग मिलते हैं, तो 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' का सुखद अहसास होता है। जब भारत के लोग एक कॉमन फैक्टर की तरह दिखते हैं, तो 'वसुधैव कुटुंबकम्' की भावना के साक्षात दर्शन होते हैं। हमने सदियों पहले वैश्विक व्यापार की असाधारण परंपरा शुरू की थी। हम असीम लगने वाले समंदरों के पार गए।
अलग-अलग देशों, अलग-अलग सभ्यताओं के बीच व्यावसायिक संबंध कैसे साझी समृद्धि के रास्ते खोल सकती है, भारत ने करके दिखाया। इसी वैचारिक बुनियाद पर हमारे पूर्वजों ने भारत के सांस्कृतिक विस्तार को आकार दिया था। ये 'प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन' मध्य प्रदेश की धरती पर हो रहा है, जिसे देश का हृदय क्षेत्र कहा जाता है। मध्य प्रदेश में मां नर्मदा का जल, यहां के जंगल, आदिवासी परंपरा और यहां का अध्यात्म आपकी यात्रा को अविस्मरणीय बनाएगी।
70 देशों के प्रवासी : उल्लेखनीय है कि इस कार्यक्रम में 70 देशों के करीब 3200 प्रवासी भाग ले रहे हैं। वहीं, 5 देशों के राष्ट्रपति, तीन देशों के प्रधानमंत्री, 3 देशों के उपराष्ट्रपति, 50 देशों के मंत्री इंदौर के प्रवासी सम्मेलन में शामिल होने के लिए आए हैं।
Edited by: Vrijendra singh Jhala