PM Modi Speech : जीएसटी दरों में कटौती लागू होने से एक दिन पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को स्वदेशी वस्तुओं को बढ़ावा देने की पुरजोर वकालत की। उन्होंने कहा कि अगली पीढ़ी के जीएसटी सुधार भारत की वृद्धि गाथा को गति देंगे, कारोबारी सुगमता को बढ़ाएंगे और अधिक निवेशकों को आकर्षित करेंगे। जानिए पीएम मोदी के संबोधन की खास बातें-
प्रधानमंत्री मोदी ने करीब 20 मिनट देश को संबोधित किया। उन्होंने जीएसटी रिफॉर्म, आत्मनिर्भर भारत और स्वदेशी पर जोर दिया। उन्होंने राज्य सरकारों से अपील की कि स्वदेशी के अभियान के साथ मैन्युफैक्चरिंग को गति दें। निवेश के लिए माहौल बनाएं। केंद्र और राज्य मिलकर आगे बढ़ेंगे तभी सपना पूरा होगा।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा- नवरात्रि के पहले दिन से देश आत्मनिर्भर भारत अभियान के लिए एक बड़ा कदम उठा रहा है। कल 22 सितंबर को सूर्योदय के साथ ही नेक्स्ट जनरेशन जीएसटी लागू हो जाएंगे। एक तरह से कल से देश में जीएसटी बचत उत्सव शुरू होने जा रहा है। जीएसटी उत्सव में आपकी बचत बढ़ेगी और आप अपनी पंसद की चीजें खरीद पाएंगे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के नाम अपने संबोधन में कहा कि देश के गरीब, मध्यमवर्गीय, न्यू मिडिल क्लास, युवा किसान, महिलाएं और व्यापारी को बचत उत्सव का फायदा होगा। त्योहार के इस मौसम में सभी का मुंह मीठा होगा। मैं देश के कोटि-कोटि परिवारजनों को इस बचत उत्सव की बधाई देता हूं। ये रिफॉर्म भारत की ग्रोथ स्टोरी को बढ़ाएंगे। कारोबार को आसान बनाएंगे, निवेश का आर्कषक बनाएंगे। हर राज्य को विकास की दौड़ में बराबरी का साथी बनाएंगे।
पीएम मोदी ने देश के नाम अपने संबोधन में कहा कि 2017 में भारत ने जब जीएसटी शुरू किया, तब एक नया इतिहास रचने की शुरुआत हुई थी। दशकों तक हमारे देश की जनता अलग-अलग टैक्स के जाल में उलझे हुए थे। दर्जनों टैक्स देश में थे। एक शहर से दूसरे शहर तक माल भेजना हो तो न जाने कितने चेकपोस्ट पार करने होते थे। कितनी बाधाएं होती थीं। हर स्थान के टैक्स के नियम अलग थे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 2014 में जब देश ने मुझे प्रधानमंत्री बनाया। तब एक विदेशी अखबार में छपा था कि एक कंपनी की मुश्किलों का जिक्र था। उसने कहा था कि अगर उसे बेंगलुरु से 570 किमी दूर हैदराबाद सामान भेजना हो तो वो इतना कठिन था कि वो बेंगलुरु से यूरोप और वहां से हैदराबाद भेजना ज्यादा आसान लगता था। ये टैक्स के जंजाल के हालात थे। तब ऐसी लाखों कंपनियों को अलग-अलग तरह के टैक्स के जाल से परेशानी होती थी। सामान को एक शहर से दूसरे शहर तक पहुंचने के बीच जो खर्च बढ़ता था, वह गरीब पर पड़ता था।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश को टैक्स के जंजाल से निकालना बहुत जरूरी था। जब आपने हमें 2014 में अवसर दिया तो हमने जीएसटी को प्राथमिकता बनाया। हमने स्टेकहोल्डर, राज्यों से बात की। हर समस्या का समाधान खोजा। तब जाकर आजाद भारत का इतना बड़ा टैक्स रिफॉर्म संभव हो पाया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि वन नेशन वन टैक्स का सपना साकार हुआ। रिफॉर्म लगातार चलने वाली प्रक्रिया होती है। समय और आवश्यकता के साथ इसमें बदलाव होते हैं। इसलिए देश की वर्तमान अवश्यकताओं और भविष्य को देखते हुए जीएसटी के नए रिफॉर्म लागू हो रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा- इनकम टैक्स और जीएसटी छूट के बाद देश के लोगों को 2.5 लाख करोड़ से ज्यादा की बचत होगी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि विकसित भारत के लक्ष्य तक पहुंचने के लिए आत्मनिर्भर बनना होगा। भारत को आत्मनिर्भर बनाने का बहुत बड़ा दायित्व MSME पर भी है। जो देश के लोगों की जरूरत का है, जो देश में बना सकते हैं वो हमें देश में ही बनाना चाहिए। मुझे इस बात की खुशी है कि दुकानदार भाई-बहन जीएसटी बदलाव से उत्साह में है। वो इसे कस्टमर तक पहुंचाने में जुटे हैं। हम नागरिक देवो भव: के जिस मंत्र के साथ आगे बढ़ रहे हैं। नए जीएसटी में इसकी झलक दिखती है। अगर हम इनकम टैक्स और जीएसटी छूट को जोड़ दें तो देश के लोगों को 2.5 लाख करोड़ से ज्यादा की बचत होगी। अब सिर्फ 5% और 18% ही रहेगा।
पीएम मोदी ने बताया- क्या-क्या होगा सस्ता
पीएम मोदी ने कहा कि रोजमर्रा और खाने-पीने की चीजें सस्ती हो जाएंगी। या तो टैक्स फ्री होंगी या 5% टैक्स देना होगा। जिन सामानों पर 12% लगता था उनमें से 99% चीजें अब 5% टैक्स के दायरे में आ गई हैं। पिछले 11 साल में देश में 25 करोड़ लोगों ने गरीबों को हराया है। गरीबी से बाहर आए हैं, ये लोग न्यू मिडिल क्लास के रूप में अपनी भूमिका अदा कर रहा है। इस साल सरकार ने 12 लाख रुपए की इनकम टैक्स फ्री करके उपहार दिया। तो सोचिए मिडिल क्लॉस के जीवन में कितना बदलाव आया है। अब गरीबों की भी बारी है। इन्हें डबल बोनांजा मिल रहा है। जीएसटी कम होने से उनके लिए घर बनाना, टीवी, फ्रिज, बाइक और स्कूटर में कम खर्च करना होगा। घूमना फिरना भी सस्ता होगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि विकसित भारत के लक्ष्य तक पहुंचने के लिए आत्मनिर्भर बनना होगा। भारत को आत्मनिर्भर बनाने का बहुत बड़ा दायित्व MSME पर भी है। जो देश के लोगों की जरूरत का है, जो देश में बना सकते हैं वो हमें देश में ही बनाना चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने संबोधन मेरा सभी राज्य सरकारों से आग्रह है कि स्वदेशी के अभियान के साथ मैन्यूफैक्चरिंग को गति दें। निवेश के लिए माहौल बनाएं। केंद्र और राज्य मिलकर आगे बढ़ेंगे तभी सपना पूरा होगा। पीएम मोदी ने कहा कि हम जो मैन्यूफैक्चर करें वो दुनिया में अच्छा हो, प्रोडक्ट की क्वालिटी दुनिया में भारत का गौरव बढ़ाए।
स्वदेशी का आव्हान
देश की आजादी को जैसे स्वदेशी के मंत्र से ताकत मिली वैसे देश की समृद्धि को स्वदेशी से शक्ति मिलेगी। रोजमर्रा की चीजें विदेशी हैं, हमें इनसे मुक्ति पानी है। हम मेड इन इंडिया सामान खरीदें। हमें हर घर को स्वदेशी का प्रतीक बनाना है। हर दुकान को स्वदेशी से सजाना है। गर्व से कहो ये स्वदेशी है। गर्व से कहो मैं स्वदेशी खरीदता हूं और बेचता हूं। ये हर भारतीय का मिजाज बनना चाहिए।
MSME को बहुत फायदा होगा
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जीएसटी की दरें कम होने से नियम और प्रक्रिया आसान बनने से MSME को बहुत फायदा होगा। उनकी बिक्री बढ़ेगी और टैक्स भी कम देना होगा। उनको भी डबल फायदा होगा। MSME से मुझे बहुत अपेक्षाएं हैं, जब भारत तरक्की के शिखर पर था उनका आधार MSME ही थे। भारत में बने सामानों की क्वालिटी बेहतर होती थी। हमें उस गौरव को वापस पाना है। हमारे यहां बना सामाना दुनिया में बेस्ट हो।