नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पांच देशों की यात्रा की सरकार और भारतीय जनता पार्टी दोनों ने प्रशंसा करते हुए कहा है कि वह दुनिया को भारत के विचार से अवगत कराने एवं उसे वैश्विक मंच के केन्द्र में लाने में सफल रहे हैं।
वित्तमंत्री अरुण जेटली ने अपने ट्वीट में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी भारत को एक वैश्विक मंच के केन्द्र में ले आए हैं और उन्होंने दुनिया को भारत के विचार से अवगत कराया है।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने भी कहा है कि मोदी की पांच देशों की यात्रा से अभूतपूर्व सामरिक और कूटनीतिक उपलब्धियां हासिल हुई हैं। शाह ने आज यहां एक बयान में प्रधानमंत्री को सफल विदेश यात्रा एवं इस दौरान अर्जित उपलब्धियों और विश्व पटल पर एक समृद्ध एवं मजबूत भारत की गौरवमय उपस्थिति दर्ज कराने के लिए उनका अभिनन्दन किया।
शाह ने कहा कि मोदी ने अमेरिकी संसद की संयुक्त बैठक में ऐतिहासिक संबोधन से पूरे विश्व में सवा सौ करोड़ भारतीयों का सम्मान बढ़ाया है। मिसाइल तकनीक नियंत्रण और हस्तांतरण से जुड़े समूह मिसाइल टेक्नोलॉजी कंट्रोल रिजीम (एमटीसीआर) में भारत के शामिल होने का रास्ता साफ़ हो जाना भारत की आक्रामक कूटनीति की जबरदस्त सफलता है।
इस समूह में शामिल होने के बाद भारत के लिए उन्नत मिसाइल तकनीक हासिल करना तथा रूस की मदद से विकसित सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस का निर्यात करना आसान होगा।
उन्होंने कहा कि यह प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की कूटनीतिक सफलता का ही परिणाम है कि मात्र दो साल के भीतर वो काम कर दिखाए हैं जो दशकों से नहीं हुए। उन्होंने कहा कि आज पूरी दुनिया में मोदी सरकार की 'सबका साथ, सबका विकास' नीति की प्रशंसा हो रही है।
एमटीसीआर की सदस्यता के साथ ही अमेरिका का भारत की परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) की सदस्यता के लिए खुलकर समर्थन करना भारत-अमेरिका की दोस्ती की एक नई ईबारत को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि भारत की ऊर्जा सुरक्षा और सामरिक जरूरतों की दृष्टि से एनएसजी की सदस्यता बेहद जरूरी है।
शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री ने अफगानिस्तान की यात्रा के दौरान सलमा बांध का उद्घाटन किया। यह बांध भारत और अफगानिस्तान के बीच मित्रता का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान द्वारा प्रधानमंत्रीजी को दिया गया सर्वोच्च नागरिक सम्मान, भारत के अफगानिस्तान से मजबूत हो रहे संबंधों को बयां करने के लिए काफी है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के अमेरिकी संसद के संयुक्त सत्र में संबोधन के दौरान अमेरिकी सांसदों का जो जोश, उमंग और उत्साह दिखा, वह अप्रतिम और अकल्पनीय है। (वार्ता)