नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लता दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि कहा कि संगीत साधना भी और भावना भी है। समारोह के दौरान प्रधानमंत्री लता मंगेशकर को याद करते हुए भावुक हुए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पीढ़ियों को प्रेम और भावना का उपहार देने वाली लता दीदी की तरफ से हमेशा एक बड़ी बहन जैसा अपार प्रेम मुझे मिला है। इससे बड़ा सौभाग्य और क्या हो सकता है। कई दशक बाद ये पहला राखी का त्योहार आएगा, जब दीदी नहीं होंगी।
पीएम मोदी ने कहा कि संगीत से आपमें वीररस भरता है। संगीत मातृत्व और ममता की अनुभूति करवा सकता है। संगीत आपको राष्ट्रभक्ति और कर्तव्यबोध के शिखर पर पहुंचा सकता है।
हम सब सौभाग्यशाली हैं कि हमने संगीत की इस सामर्थ्य को, इस शक्ति को लता दीदी के रूप में साक्षात देखा है। उन्होंने कहा कि पुरस्कार जब लता दीदी जैसी बड़ी बहन के नाम से हो, तो मेरे लिए उनके अपनत्व और प्यार का ही एक प्रतीक है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं इस पुरस्कार को सभी देशवासियों के लिए समर्पित करता हूं। जिस तरह लता दीदी जन-जन की थीं। उसी तरह से उनके नाम से मुझे दिया गया यह पुरस्कार जन-जन का है।
प्रधानमंत्री ने बताया कि सुधीर फड़के ने मेरी लता दीदी पहली बार मुलाकात कराई थी। लता दीदी मेरी बड़ी बहन थीं। लता दीदी के नाम के पुरस्कार को माना करना मेरे लिए संभव नहीं था मैंने तुरंत पुरस्कार के लिए हामी भरी।