लखनऊ। स्किल इंडिया मिशन के तहत युवाओं को अधिक रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय प्रशिक्षुता मेला 9 जनवरी 2023 से शुरू होने जा रहा है। ये मेला देश के 242 जिलों में आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम में देश के लगभग हर क्षेत्रों की विभिन्न कंपनियां हिस्सा लेंगी।
क्या है प्रधानमंत्री राष्ट्रीय प्रशिक्षुता मेला : प्रधानमंत्री राष्ट्रीय शिक्षुता मेला भारत में कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय द्वारा आयोजित एक नौकरी मेला है। यह आयोजन हर महीने आयोजित किया जाता है। इसका उद्देश्य नौकरी चाहने वालों को उन नियोक्ताओं से जुड़ने का अवसर प्रदान करना है जो प्रशिक्षुओं को नियुक्त करने के लिए इच्छुक हैं।
शिक्षुता व्यावसायिक प्रशिक्षण का एक रूप है, जो कक्षा निर्देश के साथ नौकरी के अनुभव को जोड़ती है। पीएमएनएएम फ्रेशर्स और अनुभवी दोनों के लिए एक मंच प्रदान करता है। इसमें आमतौर पर इंजीनियरिंग, आईटी, हेल्थकेयर और अन्य विभिन्न क्षेत्रों में नौकरी करने का अवसर दिया जाता है।
यह कार्यक्रम पूरे भारत के विभिन्न शहरों में आयोजित किया जाता है। इसे कार्यक्रम को सोशल मीडिया और स्थानीय समाचार पत्रों सहित विभिन्न चैनलों के माध्यम से विज्ञापित किया जाता है। पीएमएनएएम से किसको मिलेगा लाभ : प्रधानमंत्री राष्ट्रीय शिक्षुता मेला युवाओं के लिए कई तरह से फायदेमंद है।
पीएमएनएएम में भाग लेने के कुछ फायदे जो नीचे दिए गए हैं : अधिक से अधिक नियोक्ताओं के साथ जुड़ना : पीएमएनएएम नौकरी चाहने वालों को उन सभी नियोक्ताओं से मिलने और उनसे जुड़ने के लिए एक मंच प्रदान करता है जो प्रशिक्षुओं को नियुक्त करना चाहते हैं। यह उन युवाओं के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है जो प्रैक्टिकल एक्सपीरियंस लेना चाहते हैं और अपना करियर शुरू करना चाहते हैं।
सीखने के दौरान कमाई : एक प्रशिक्षु के रूप में आपको ट्रेनिंग के साथ-साथ इनकम का भी अवसर प्रदान किया जाता है, जिससे आप अपनी पढ़ाई में होने वाली लागतों को कम कर सकते हैं। इसका परिणाम ये होगा कि आपको अपना करियर बनाते समय वित्तीय मजबूती मिलेगी।
नेटवर्किंग के अवसर : पीएमएनएएम में भाग लेने से आपको आपके क्षेत्र के अन्य पेशेवरों के साथ नेटवर्क बनाने का अवसर मिलता है, जो आपके शुरुआती करियर और नौकरी में नए अवसर खोजने में मददगार होते हैं।कुल मिलाकर, पीएमएनएएम उन युवाओं के लिए एक मूल्यवान संसाधन है, जो अपना करियर शुरू करना चाहते हैं और अपने चुने हुए क्षेत्र में अनुभव प्राप्त करना चाहते हैं।
कितने लोगों को प्रशिक्षित करने का है लक्ष्य : सरकार प्रशिक्षुता प्रशिक्षण के माध्यम से हर साल 10 लाख युवाओं को प्रशिक्षित करने और इस मिशन को पूरा करने का भरपूर प्रयास कर रही है। इसका लक्ष्य 2026 के अंत तक भारत में शिक्षुता के अवसरों को 60 लाख तक बढ़ाना है।
Edited By : Chetan Gour