Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

संसद में रातभर चला धरना, इमरान प्रतापगढ़ी ने सुनाया मणिपुर का दर्द...

हमें फॉलो करें imran pratapgarhi
, मंगलवार, 25 जुलाई 2023 (08:24 IST)
protest in parliament : मणिपुर हिंसा पर चर्चा की मांग और आम आदमी पार्टी राज्यसभा सांसद संजय सिंह के निलंबन के खिलाफ सांसदों का संसद परिसर में धरना रातभर जारी रहा। धरने पर संजय सिंह को विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A का समर्थन भी मिल रहा है। धरनास्‍थल पर कांग्रेस सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने मणिपुर का दर्द सुनाया।
 
यह धरना सोमवार को दिन के समय शुरू हुआ। यह धरना पूरी रात जारी रहा। कहा जा रहा है कि तब तक जारी रहेगा जब तब निलंबन वापस नहीं ले लिया जाता।
 
इस बीच संजय सिंह ने ट्वीट कर कहा कि हर रात की सुबह होती है। संसद का परिसर। बापू की प्रतिमा। मणिपुर को न्याय दो।
 
धरनास्‍थल पर कांग्रेस सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने अपने शायराना अंदाज में मणिपुर का दर्द बयां करते हुए कहा कि दर्द कितना किसे अब सुनाएं सुनो, जख्म जाकर कहां अब दिखाएं सुनो, रोए चिखें या फिर गिड़गिड़ाएं सुनो मैं मणिपुर हूं, मेरी सदाएं सुनो। मैं मणिपुर हूं, मेरी सदाएं सुनो। मैं मणिपुर हूं, मेरी सदाएं सुनो। कि सब्जवादी मेरी इन दिनों जर्द हैं क्या बताऊं कौन मेरा हमदर्द है। जिन पहाड़ों पे था नाज मुझको कभी, उन पहाड़ों से ऊंचा मेरा दर्द है। आ गई हैं हजारों बलाएं सुनो, मैं मणिपुर हूं मेरी सदाएं सुनो…
 
कांग्रेस ने भी इमरान प्रपापगढ़ का वीडियो शेयर करते हुए ट्वीट किया। इसमें कहा गया मैं मणिपुर हूं मेरी सदाएं सुनो... मणिपुर के हालात पर सदन में चर्चा की मांग को लेकर विपक्ष के सांसद धरना दे रहे हैं। संसद स्थित गांधी प्रतिमा के नीचे बैठकर मणिपुर की आवाज़ बुलंद की जा रही है। प्रधानमंत्री जी, आपको मणिपुर पर बोलना ही होगा।
 
उल्लेखनीय है कि संजय सिंह को सोमवार को उच्च सदन में हंगामा और आसन के निर्देशों का उल्लंघन करने को लेकर वर्तमान मानसून सत्र की शेष अवधि तक के लिए निलंबित कर दिया गया। सभापति जगदीप धनखड़ ने प्रश्न काल में सिंह को निलंबित करने की घोषणा की। इससे पहले आसन के समीप आए सिंह के नाम का सभापति ने उल्लेख किया। 
 
उधर, कांग्रेस और विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के अन्य घटक दल मानसून सत्र के पहले दिन से ही मणिपुर के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संसद में वक्तव्य देने और चर्चा की मांग कर रहे हैं। इस मुद्दे पर हंगामे के कारण संसद के मानसून सत्र के पहले तीन दिन दोनों सदनों की कार्यवाही बार-बार बाधित हुई।
Edited by : Nrapendra Gupta 

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

मणिपुर की मशालधारी महिलाएं कौन, मौजूदा संकट में क्यों उठ रहे हैं उन पर सवाल