Opposition to Amit Shah: कांग्रेस (Congress) और कई अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों ने गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) द्वारा बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर (Baba Saheb Bhimrao Ambedkar) के संदर्भ में की गई एक टिप्पणी को लेकर बुधवार को संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया और शाह से माफी की मांग की।
संसद भवन के 'मकर द्वार' के निकट कांग्रेस, द्रमुक और कुछ अन्य विपक्षी दलों के सांसद एकत्र हुए और शाह की टिप्पणी को लेकर विरोध जताते हुए नारेबाजी की। विपक्षी दलों ने 'जय भीम' और 'बाबा साहेब का अपमान, नहीं सहेगा हिंदुस्तान' के नारे लगाए। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा, द्रमुक नेता टी.आर. बालू और कई विपक्षी सांसद बाबा साहेब की तस्वीर लेकर प्रदर्शन में शामिल हुए।
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गृहमंत्री देश से माफी मांगें : कांग्रेस महासचिव कुमारी सैलजा ने आरोप लगाया कि गृहमंत्री ने उच्च सदन में बाबा साहेब का अपमान किया है। ये लोग सिर्फ चुनाव और राजनीतिक हित के लिए बाबा साहेब का नाम लेते हैं। बाद में उनका अपमान करते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे लिए संविधान किसी पवित्र ग्रंथ से कम नहीं है और बाबा साहेब, भगवान से कम नहीं हैं। गृहमंत्रीजी को देश से माफी मांगनी चाहिए।
कांग्रेस और विपक्षी दलों का आरोप है कि शाह ने राज्यसभा में 'भारत के संविधान की 75 वर्षों की गौरवशाली यात्रा' विषय पर 2 दिन तक चली चर्चा का जवाब देते हुए मंगलवार को अपने संबोधन के दौरान बाबा साहेब का अपमान किया। मुख्य विपक्षी दल ने शाह के संबोधन का एक वीडियो अंश जारी किया जिसमें गृहमंत्री विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए यह कहते सुने जा सकते हैं कि अभी एक फैशन हो गया है- आंबेडकर, आंबेडकर...। इतना नाम अगर भगवान का लेते तो 7 जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।
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खरगे ने की गृहमंत्री के इस्तीफे की मांग : कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बुधवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पर बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर के अपमान का आरोप लगाया और कहा कि उन्हें अपने पद से तत्काल इस्तीफा देना चाहिए तथा देश से माफी मांगनी चाहिए।
उन्होंने संसद परिसर में बातचीत में यह दावा भी किया कि शाह की टिप्पणी का यह मतलब था कि बाबा साहेब का नाम लेना भी गुनाह है। खरगे ने आरोप लगाया कि अमित शाह और भाजपा के लोगों के दिमाग में जो 'मनुस्मृति' और आरएसएस की विचारधारा है, वह यह दर्शाती है कि वे बाबा साहेब के संविधान का आदर नहीं करते।
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राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष खरगे ने कहा कि हम शाह की टिप्पणी का पुरजोर विरोध करते हैं। बाबा साहेब का अपमान देश और देशवासी सहन नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि अमित शाह पूरे देश से माफी मांगें और अपने पद से इस्तीफा दें। कांग्रेस और विपक्षी दलों का आरोप है कि शाह ने राज्यसभा में 'भारत के संविधान की 75 वर्षों की गौरवशाली यात्रा' विषय पर 2 दिन तक चली चर्चा का जवाब देते हुए मंगलवार को अपने संबोधन के दौरान बाबा साहेब का अपमान किया।
मुख्य विपक्षी दल ने शाह के संबोधन का एक वीडियो अंश जारी किया जिसमें गृहमंत्री विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए यह कहते सुने जा सकते हैं कि अभी एक फैशन हो गया है- आंबेडकर, आंबेडकर...। इतना नाम अगर भगवान का लेते तो 7 जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।(भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta