नई दिल्ली। दलितों के वोट बैंक के चलते कांग्रेस ने 'संविधान बचाओ' अभियान की शुरुआत के मौके पर संविधान निर्माता भीमराव अंबेडकर के साथ पूर्व राष्ट्रपति केआर नारायणन, पूर्व उपप्रधानमंत्री बाबू जगजीवन राम जैसे प्रमुख दलित नेताओं को याद किया। कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने 'जय भीम' और 'बाबा साहेब अमर रहें' के नारे लगाए।
कांग्रेस के 'संविधान बचाओ' अभियान का मकसद संविधान एवं दलितों पर कथित हमलों के मुद्दे को राष्ट्रीय स्तर पर जोर-शोर से उठाना है। अभियान की शुरुआत के पहले दिन पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी के आगमन से पहले आयोजन स्थल तालकटोरा स्टेडियम लगभग भर गया था। कांग्रेस के एक पदाधिकारी ने बताया कि इस कार्यक्रम में दिल्ली और देश के दूसरे हिस्सों से दलित समाज के लोग आए हैं। ये लोग मोदी सरकार की दलित और आदिवासी विरोधी नीतियों के खिलाफ राहुल गांधी के संघर्ष को समर्थन देने पहुंचे हैं।
कार्यक्रम की शुरुआत साथ ही बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के अलावा पूर्व राष्ट्रपति केआर नारायणन और पूर्व उपप्रधानमंत्री बाबू जगजीवनराम जैसे आजाद भारत के बड़े दलित नेताओं और दूसरे क्षेत्रों की दलित हस्तियों को याद किया गया। पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार का भी जिक्र हुआ।
माना जा रहा है कि कांग्रेस ने 'संविधान बचाओ' अभियान 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर दलित समुदाय के बीच अपनी पैठ बढ़ाने के प्रयास के तहत शुरू किया है। हाल के दिनों में उच्चतम न्यायालय द्वारा एससी-एसटी कानून में कथित तौर पर बदलाव के मुद्दे पर दलित आक्रोशित नजर आ रहे हैं। कांग्रेस इस मौके का लाभ उठाकर उन्हें अपने पक्ष में करने की जुगत में जुटी है। इसी को ध्यान में रखकर इस अभियान की शुरुआत की गई है। (भाषा)