नई दिल्ली। आरएसएस के खिलाफ मानहानी मामले का सामना कर रहे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी एक बार फिर यह गलती दोहराने जा रहे थे। हालांकि कांग्रेस ने समय रहते इस ट्वीट को डिलीट कर दिया। अगर सोशल मीडिया पर किसी ने इन ट्विट्स का स्क्रीन शॉट ले लिया तो राहुल इस मामले में बुरे फंस सकते हैं।
दरअसल कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में पार्टी के अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरएसएस को लेकर बयान दिया था लेकिन पार्टी ने इसे गंभीरता से लेते हुए इसके वीडियो लिंक को सोशल मीडिया से हटा लिया।
खबरों के अनुसार राहुल गांधी ने बैठक में संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा सरकारें सरकारी खजाने से पैसा चुराकर इसे आरएसएस की सैंकड़ों संस्थाओं को दे रही है।
उन्होंने भाषण के दौरान यह भी कहा था कि भाजपा जब भी सत्ता में आती है, तो तमाम राज्यों में आरएसएस से जुड़ी संस्थाएं पनप जाती हैं। उन्होंने इस संदर्भ में भाजपा शासित मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ का उदाहरण देते हुए कहा था कि यहां राज्य की सरकारें सरकारी खजाने का पैसा शिशु मंदिर सहित आरएसएस की तमाम संस्थाओं को दान कर रही हैं।
उनके इस भाषण को कांग्रेस के ट्वीटर और यूट्यूब अकाउंट पर भी शेयर किया था, लेकिन कुछ ही मिनटों के बाद इसे हटा दिया गया।
गौरतलब है कि राहुल गांधी ने 6 मार्च, 2014 की एक रैली में आरोप लगाया था कि महात्मा गांधी की हत्या आरएसएस के लोगों ने की थी। इसी भाषण पर उनके खिलाफ मानहानि का मामला दर्ज किया गया।