चोटिला (गुजरात)। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने सुरेंद्रनगर जिले में स्थित प्रसिद्ध चोटिला मंदिर में बुधवार को पूजा-अर्चना की। इसके साथ ही उन्होंने गुजरात में अपने तीसरे और अंतिम दिन के अभियान की शुरुआत की।
राहुल करीब 1,000 सीढ़ियां चढ़कर पहाड़ी पर स्थित मंदिर में देवी मां चामुंडा के दर्शन के लिए पहुंचे। राज्य में इस वर्ष के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। 2 दिन पहले राहुल ने सौराष्ट्र स्थित प्रसिद्ध द्वारकाधीश मंदिर में दर्शन करके राज्य में अभियान की शुरुआत की थी।
बुधवार को राहुल पटेल समुदाय के ईष्ट के दर्शन के लिए कागवाड़ जिले में खोडल धाम मंदिर भी जाएंगे। राज्य के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि अभियान के दौरान राहुल के विभिन्न मंदिरों के दर्शन के लिए जाने का उद्देश्य भाजपा के कट्टर हिन्दूवादी रुख के मुकाबले में आना है।
राहुल ने बुधवार को सुबह राजकोट से दौरा शुरू किया। फिर वे चोटिला पहुंचे, जो बुधवार के अभियान का पहला चरण है। इसके बाद वे तत्काल वहां सीढ़ियां चढ़ने लगे। वे बिना रुके लगभग 15 मिनट में 1,000 सीढ़ियां चढ़ गए। उन्होंने वहां पूजा-अर्चना की और फिर पुजारियों ने उन्हें इस धार्मिक स्थल के महत्व के बारे में बताया।
बाद में राहुल मंदिर से बाहर आए और श्रद्धालुओं का अभिवादन करते हुए 15 मिनट में नीचे उतर आए। गुजरात कांग्रेस के प्रवक्ता मनीष दोषी ने आरोप लगाया कि भाजपा और संघ जानबूझकर पार्टी को हिन्दू-विरोधी की तरह पेश कर रहे हैं।
दोषी ने कहा कि राहुल गांधी अपने दौरे में विभिन्न मंदिरों में दर्शन के लिए जा रहे हैं, इसका उद्देश्य भाजपा और संघ के कट्टर हिन्दुत्व के अभियान का मुकाबला करना है। भाजपा और संघ ने जान-बूझकर कांग्रेस को हिन्दूविरोधी की तरह पेश किया है, जो कि सच नहीं है।
हालांकि राज्य के भाजपा प्रवक्ता राजू ध्रुव ने कहा कि राहुल गांधी की पार्टी बीते कई वर्षों से किसी राज्य में चुनाव नहीं जीत रही है इसीलिए उन्होंने मंदिरों और धर्मस्थलों पर जाना शुरू कर दिया है। (भाषा)