नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी आज से अपनी कैलाश मानसरोवर यात्रा आरंभ करेंगे। उन्होंने यात्रा पर जाने की पूरी तैयारी कर ली है। यह यात्रा पहले से तय थी। हालांकि सवाल यह उठ रहे हैं कि यह चुनाव के मद्देनजर पब्लिसिटी स्टंट है या कुछ और?
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, राहुल की यात्रा करीब 12-13 दिन की होगी। सरकारी औपचारिकताएं पूरी हो चुकी हैं, लेकिन सुरक्षा कारणों से ये सार्वजनिक नहीं किया गया है कि वे चीन या नेपाल में से कौनसा रास्ता चुनेंगे।
हालांकि भाजपा के नेता शाहनवाज हुसैन का कहना है कि राहुल गांधी को चुनाव के वक्त ही मंदिर याद आते हैं। गिरिराज सिंह ने कहा कि राहुल गांधी कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर जा रहे हैं तो शुभकामनाएं, लेकिन वे हमें ये बता दें कि कौन से राहुल गांधी यात्रा पर जा रहे हैं, हिंदू राहुल गांधी, ईसाई राहुल गांधी या जैन राहुल गांधी?
यात्रा पर जाने का कारण?
बताया जाता है कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान दिल्ली से बेंगलुरु जाते समय राहुल के स्टेट प्लेन में अचानक तकनीकी खराबी आ गई थी। बस कुछ ही सेकंड में प्लेन क्रैश हो जाता लेकिन ऐनवक्त पर प्लेन की इमरजैंसी लैंडिंग करवा दी गई। राहुल ने इसके बाद दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित कांग्रेस की एक रैली में इस घटना का जिक्र करते हुए कहा था कि उन्होंने कैलाश मानसरोवर यात्रा का संकल्प लिया है।
उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से इसके लिए 15 दिनों की छुट्टी भी मांगी, लेकिन मानसरोवर यात्रा के पंजीकरण शुरू होने पर भाजपा ने राहुल के आवेदन नहीं करने को लेकर सवाल खड़े किए थे। हालांकि विदेश मंत्रालय ने यह कहकर मामला खत्म कर दिया था कि राहुल सांसद होने के नाते विशेष श्रेणी में आते हैं।
ये थी घटना : अप्रैल महीने में कर्नाटक विधानसभा चुनाव प्रचार के लिए राज्य के दौरे पर गए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के विमान में अचानक तकनीकी खराबी आ गई थी। इसके बाद विमान की हुबली में इमरजैंसी लैंडिंग करवानी पड़ी। कांग्रेस ने इस मामले में जांच की मांग करते हुए हुबली थाने में एफआईआर दर्ज करवाई थी। कांग्रेस ने इस मामले की शिकायत नागरिक विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) से भी की थी। डीजीसीए की ओर से जांच भी की गई थी।
डीजीसीए की जांच रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है कि राहुल गांधी का विमान क्रैश से महज कुछ सेकंड दूर था। जांच रिपोर्ट के अनुसार, तकनीकी खराबी पर पायलट काबू नहीं पाते तो अगले कुछ सेकंड में गंभीर परिणाम सामने आ सकते थे, यहां तक कि राहुल का विमान क्रैश भी हो सकता था।
ये कहा था राहुल गांधी ने : इस घटना के कुछ दिनों बाद दिल्ली में आयोजित कांग्रेस की 'जन-आक्रोश रैली' में गांधी ने कहा था, मैं दो-तीन दिन पहले कर्नाटक जा रहा था, मैं विमान में सवार था। विमान अचानक आठ हजार फुट नीचे आ गया। मैं अंदर से हिल गया और लगा कि अब गाड़ी गई, तभी मुझे कैलाश मानसरोवर की याद आई। अब मैं आप लोगों से 10-15 दिन के लिए छुट्टी चाहता हूं, ताकि कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर जा सकूं।