नई दिल्ली। राफेल मामले में कांग्रेस सदस्यों की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) और भाजपा सदस्यों की राहुल गांधी से माफी मांगने की मांग तथा अलग-अलग मुद्दों पर अन्नाद्रमुक एवं तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के सदस्यों के हंगामे के कारण गुरुवार को लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने के करीब 10 मिनट बाद ही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
प्रश्नकाल शुरू होने के साथ ही कांग्रेस सदस्य राफेल विमान सौदे की जांच के लिए जेपीसी के गठन की मांग अध्यक्ष के आसन के पास आ गए। तेदेपा सदस्य भी आंध्रप्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग करते हुए हाथों में तख्तियां लेकर आसन के पास आ गए।
कुछ देर बाद अन्नाद्रमुक सदस्य भी कावेरी नदी पर बांध का निर्माण रोकने की मांग करते हुए आसन के निकट पहुंच गए। कांग्रेस सदस्यों के हाथों में तख्तियां थीं जिन पर ‘वी डिमांड जेपीसी’ तथा अन्य नारे लिखे हुए थे। उन्होंने ‘प्रधानमंत्री सदन में आओ’ और ‘प्रधानमंत्री जवाब दो’ के नारे भी लगाए।
इसी दौरान सत्तारूढ़ भाजपा के कुछ सदस्यों ने अपने स्थान पर खड़े होकर ‘राहुल गांधी माफी मांगो’ के नारे लगाए। शोर शराबे के बीच ही अध्यक्ष ने देश में बुनकरों एवं वस्त्र क्षेत्र के कामगारों की कर्ज संबंधी तथा दूसरी समस्याओं से जुड़़ा प्रश्न लिया। इस पर वस्त्र राज्य मंत्री अजय टम्टा ने पूरक प्रश्न के उत्तर भी दिए।
लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सदस्यों से अपने स्थान पर जाने और सदन की बैठक चलने देने का आग्रह किया। हंगामा थमता नहीं देख उन्होंने कार्यवाही शुरू होने के करीब 10 मिनट बाद ही बैठक दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।