नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के राष्ट्र के नाम संबोधन से पहले मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री को देश को बताना चाहिए कि वे 'भारतीय क्षेत्र में बैठे' चीन के सैनिकों के कब और कैसे बाहर निकालेंगे?
उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से यह आग्रह भी किया कि कोरोना संकट के कारण परेशानी का सामना कर रहे गरीबों, मध्यम वर्ग और वेतनभोगी वर्ग को राहत देने के लिए 'न्यूनतम आय गारंटी योजना' (न्याय) की तर्ज पर 6 महीने के लिए कोई योजना आरंभ करें।
गांधी ने एक वीडियो संदेश में कहा कि पूरा देश जानता है कि चीन ने भारत की पवित्र जमीन छीनी हुई है। हम सभी जानते हैं कि चीन लद्दाख में 4 जगह बैठा हुआ है। नरेन्द्र मोदीजी, देश को बताइए कि आप चीन की फौज को कब और कैसे बाहर निकालेंगे?
गौरतलब है कि इन दिनों लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारत और चीन के बीच गतिरोध चल रहा है। गत 15-16 जून की रात दोनों देशों के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवान शहीद हो गए थे। चीनी पक्ष को भी नुकसान उठाना पड़ा था।
कोरोना संकट का उल्लेख करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि पिछले 3 महीनों में कोरोना ने भारत की अर्थव्यवस्था को नष्ट कर दिया है। बहुत नुकसान हुआ है। सबसे ज्यादा नुकसान गरीबों, मजदूरों, मध्य वर्ग और वेतनभोगी वर्ग को हुआ है।
उन्होंने कहा कि हमने सरकार को सुझाव दिया था कि 'न्याय' योजना की तरह 6 महीने के लिए लोगों के खातों में पैसे डालिए। इससे मांग बढ़ेगी और अर्थव्यवस्था में तेजी आएगी। सरकार ने मना कर दिया। 3-4 बार उन्होंने मना कर दिया।
कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार का कहना था कि पैसा नहीं है जबकि सरकार ने 15-20 पूंजीपतियों के कर्ज माफ कर दिए। हाल में पेट्रोल और डीजल के दाम 22 बार बढ़ाए गए। सरकार के पास 3 लाख करोड़ रुपए पड़े हैं इसलिए हमारी मांग है कि न्याय योजना जैसी योजना को लागू किया जाए। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि देशहित में इन सुझावों को प्रधानमंत्री ज़रूर मानेंगे। यही सच्ची देशसेवा और राष्ट्रभक्ति है। (भाषा)