नई दिल्ली। गैस सब्सिडी छोड़ने संबंधी योजना की मिली सफलता को देखते हुए भारतीय रेलवे ने अपनी आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए यात्रियों को सब्सिडी छोड़ने का विकल्प देने का फैसला किया है। रेल मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक यह व्यवस्था अगले महीने से शुरू कर दी जाएगी।
इस योजना के तहत रेल मंत्रालय ने ऑनलाइन टिकट बुक करते समय यात्रियों से पूछगा कि वे रेल टिकट पर सब्सिडी लेना चाहते हैं या नहीं। जो रेल यात्री सब्सिडी लेना चाहेंगे उन्हें सब्सिडी लेने पर टिक करना होगा और उन्हें सब्सिडाइज्ड रेट पर टिकट मिलेगा।
इसी तरह जो लोग सब्सिडी नहीं लेने वाले ऑप्शन पर टिक करेंगे उन्हें पूरा किराया देना होगा। अर्थात लंबी दूरी के सफर के लिए उन्हें 43 प्रतिशत ज्यादा किराया देना होगा। लोकर ट्रेनों में सफर करने पर उनका किराया 63 प्रतिशत बढ़ जाएगा।
उल्लेखनीय है कि यात्री किराए पर सब्सिडी के कारण रेलवे को हर साल 3500 करोड़ रुपए का घटा उठाना पड़ता है। इस वजह से रेलवे पर लगातार आर्थिक दबाव बना रहता है। इससे छुटकारा पाने के लिए रेलवे लगातार कोशिश कर रहा है।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि कितने लोग रेलवे सब्सिडी का मोह त्याग कर महंगा सफर करना पसंद करते हैं और कितने इसका फायदा उठाते हैं।