Weather Updates: मानसून (Monsoon) पूर्ण रूप से विदा हो चुका है लेकिन पूर्वोत्तर और दक्षिण भारत में अभी भी बारिश का सिलसिला जारी है। दिल्ली में धुंध (Smog) का सिलसिला जारी है। कई राज्यों में ठंड ने दस्तक दे दी है, तो कहीं अभी भी मौसम गर्म बना हुआ है। आईएमडी (IMD) के मुताबिक राजस्थान में एंटी साइक्लोन (cyclone) के चलते वहां पर मौसम की स्थिति में कुछ खास बदलाव नहीं नजर आने वाले हैं।
उत्तर भारत के राज्यों से मानसून पूर्ण रूप से विदा हो चुका है, वहीं चक्रवाती तूफानों के चलते पूर्वोत्तर और दक्षिण भारत में बारिश का सिलसिला जारी है। कई राज्यों में ठंड ने दस्तक दे दी है तो कहीं अभी भी मौसम गर्म बना हुआ है। बीते गुरुवार को गुजरात का अधिकतम तापमान 38.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। आईएमडी के मुताबिक राजस्थान में एंटी साइक्लोन के चलते वहां पर मौसम की स्थिति में कुछ खास बदलाव नहीं नजर आने वाले हैं।
उत्तरी मिजोरम और उससे सटे मणिपुर और म्यांमार पर अच्छी तरह से चिह्नित कम दबाव का क्षेत्र अब कमजोर हो गया है। संबद्ध चक्रवाती परिसंचरण उत्तरी म्यांमार और आसपास के क्षेत्र पर स्थित है और औसत समुद्र तल से 3.1 किमी ऊपर तक फैला हुआ है। पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी और इससे सटे आंध्रप्रदेश के दक्षिणी तट पर चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। एक और चक्रवाती परिसंचरण उत्तरी केरल और आसपास के क्षेत्रों पर निचले स्तर पर है।
आज के मौसम की संभावित गतिविधि : स्काईमेट वेदर (skymet weather) आज शुक्रवार को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और केरल में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। शेष पूर्वोत्तर भारत, तमिलनाडु, लक्षद्वीप और तटीय आंध्रप्रदेश में हल्की बारिश संभव है। देश के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क रहेगा। दिल्ली-एनसीआर और मुंबई में वायु गुणवत्ता सूचकांक खराब से बहुत खराब श्रेणी में रह सकता है।
स्काईमेट वेदर की रिपोर्ट के मुताबिक आज अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और केरल में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। पूर्वोत्तर भारत के बाकी हिस्सों, तमिलनाडु, लक्षद्वीप और तटीय आंध्रप्रदेश में हल्की बारिश संभव है, देश के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क रहेगा।
दिल्ली-एनसीआर और मुंबई में वायु गुणवत्ता सूचकांक खराब से बहुत खराब श्रेणी में रह सकता है। पूर्वोत्तर मानसून की गतिविधि अगले 48 घंटों तक धीमी रहेगी। बारिश का प्रसार और तीव्रता 28 अक्टूबर से बढ़ेगी और 29 अक्टूबर से अधिक प्रामाणिक रूप से बढ़ेगी। तमिलनाडु, केरल, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और दक्षिण तटीय आंध्रप्रदेश में एकसाथ पूर्वोत्तर मानसून का पहला विस्फोट होगा।
Edited by: Ravindra Gupta