नई दिल्ली, महाराष्ट्र में कहर बनकर टूटी बारिश की वजह से मरने वालों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। राज्य में 11 और शवों के बरामद होने के साथ ही यहां मरने वालों की संख्या सोमवार को बढ़कर 164 तक पहुंच गई।
इधर गुजरात में भी भारी बारिश दर्ज की गई, जिसकी वजह से कई स्थानों पर जल जमाव और नुकसान देखने को मिला और राज्य की 56 सड़कें यातायात के लिए बंद करनी पड़ी है। भारत मौसम विभाग (आईएमडी)ने मध्य प्रदेश में मूसलाधार बारिश का पूर्वानुमान लगाते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
दिल्ली में सोमवार को अधिकतम तापमान 33.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। राष्ट्रीय राजधानी में मंगलवार को मध्यम बारिश होने का पूर्वानुमान है जबकि अधिकतम और न्यूनतम तामपान 30 से 27 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है।
जम्मू के विभिन्न इलाकों में भारी बारिश दर्ज की गई जिसकी वजह से कुछ निचले इलाकों में जल जमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई और कई घरों में भी पानी घुस गया। वहीं, जम्मू शहर के कलिका नगर इलाके में कुछ नालों के मरम्मत के काम में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के जवानों को लगाया गया है। पुलिस ने लोगों को जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजर्माग से यात्रा करने से बचने की सलाह दी है।
आईएमडी ने नवीनतम बुलेटिन में जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा और उत्तरप्रदेश में 29 जुलाई तक बारिश होने की संभावना जताई है।
शिमला स्थित मौसम केंद्र ने लोगों को सलाह दी है कि वे आने वाले दिनों में नदियों या अन्य जलाशयों के करीब नहीं जाए ताकि किसी अनहोनी से बचा जा सके। केंद्र ने आने वाले दिनों में राज्य में भारी बारिश की वजह से अचानक बाढ़, भूस्खलन और पेड़ों के उखड़ने की भी चेतावनी दी है।
राजस्थान और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में रविवार से ही बारिश हो रही है। राजस्थान के झालावाड़ जिले के गगरोन में सबसे अधिक 250 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। पाली जिले के मारवाड़ जंक्शन में 205 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। राजस्थान के बूंदी, चुरू, जयपुर, चितौड़गढ़ और पिलानी में भी क्रमश: 30 मिमी, 14 मिमी, दो मिमी और 0.9 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
भारत मौसम विज्ञान विज्ञान (आईएमडी) ने सोमवार को लगातार चौथे दिन ऑरेंज अलर्ट जारी करते हुए मध्यप्रदेश के 13 जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताई। आईएमडी द्वारा जारी किया गया मौसम का यह अलर्ट मंगलवार सुबह तक के लिए है।
महाराष्ट्र में करीब 100 लोग अब भी लापता हैं जबकि प्रभावित क्षेत्रों से अभी तक 2,29,074 लोगों को बाहर निकाला जा चुका है। (भाषा)