जयपुर। राजस्थान में मायावती को बड़ा झटका लगा है। बहुजन समाज पार्टी (BSP) के सभी 6 विधायक सोमवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। सभी विधायक अब तक बाहर से कांग्रेस को समर्थन दे रहे थे। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि हमने यह राज्य हित में फैसला लिया है। बसपा विधायकों ने सोमवार देर रात कांग्रेस की सदस्यता ली। रात 10.30 बजे सभी विधायक विधानसभा पहुंचे।
जो विधायक कांग्रेस में शामिल हुए हैं वे हैं- राजेन्द्र गुढा (विधायक, उदयपुरवाटी), जोगेंद्र सिंह अवाना (विधायक, नदबई), वाजिब अली (विधायक, नगर), लाखन सिंह मीणा (विधायक, करोली), संदीप यादव (विधायक, तिजारा) और बसपा विधायक दीपचंद खेरिया।
देर रात सौंपा पत्र : बसपा के सभी 6 विधायकों ने सोमवार रात अपनी पार्टी का राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस में विलय करने के लिए एक पत्र राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष को सौंपा। पत्र में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) विधायकों ने कहा है कि वे अपनी पार्टी का कांग्रेस में विलय कर रहे हैं। विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि 'बसपा विधायकों ने उनसे मुलाकात की और विलय के बारे में एक पत्र उन्हें सौंपा।
मजबूत होगी कांग्रेस सरकार : बसपा विधायकों के कांग्रेस में आने से प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार और अधिक मजबूत और स्थिर हो जाएगी। कांग्रेस के एक नेता ने कहा कि बसपा के सभी 6 विधायक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के लगातार संपर्क में थे और आज वे कांग्रेस के पाले में आ गए।
प्रदेश की 200 सीटों वाली विधानसभा में अभी कांग्रेस के 100 विधायक हैं और उसके सहयोगी राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के पास एक विधायक है। सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी को 13 निर्दलीय विधायकों में से 12 का बाहर से समर्थन प्राप्त है जबकि 2 सीटें खाली हैं। राज्य में 2009 में भी अशोक गहलोत के पहले कार्यकाल के दौरान बसपा के सभी 6 विधायकों ने कांग्रेस का दामन थामा था और तत्कालीन कांग्रेस सरकार को स्थिर बनाया था, उस समय सरकार स्पष्ट बहुमत से 5 कम थी।