नई दिल्ली। उत्तरी भारत में हवा में भारी मात्रा में मौजूद धूलकणों और इसके कारण बढ़े प्रदूषण से अगले तीन दिन तक राहत मिलने की उम्मीद नहीं है।
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव माधवन राजीवन ने गुरुवार को एक ट्वीट कर बताया कि उपग्रह से मिली तस्वीरों के विश्लेषण से पता चला है कि मौजूदा स्थिति तीन दिन तक बनी रहेगी।
तस्वीरें साझा करते हुए उन्होंने ट्वीट में लिखा है कि यह उत्तर भारत के ऊपर बने धूल की चादर का चित्र है।
धूल के भारी बादल पूर्वी उत्तरप्रदेश तक फैले हुए हैं। उनके अनुसार, तकनीकी विश्लेषण से यह पता चला है कि यह धूल राजस्थान और अरब के रेगिस्तान से आई है तथा धूलभरी आंधी से संबंधित मॉडल यह दर्शाते हैं कि अगले तीन दिन तक स्थिति ऐसी ही बनी रहेगी।
मौसम विभाग की ओर से कहा गया है कि राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली तथा पश्चिमी उत्तरप्रदेश में अगले दो दिन में 25 से 35 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से धूल भरी हवा चलेगी। विभाग के अनुसार शुक्रवार शाम से हवा में धूल की मात्रा कम होनी शुरू होगी जब पश्चिमोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में गरज के साथ आंधी चलने की संभावना है।
इस बीच राष्ट्रीय राजधानी में लगातार चौथे दिन प्रदूषण का स्तर बेहद गंभीर रहा। हवा में प्रदूषण का स्तर बताने वाली पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की इकाई 'सफर' के अनुसार गुरुवार को दिल्ली में पीएम10 का स्तर 1297 पर पहुंच गया। स्वच्छ हवा में इसका स्तर 100 से नीचे रहता है।
यह संभवत: पहली बार है जब दिल्ली में पीएम 10 की मात्रा इतनी ज्यादा दर्ज की गई है। पीएम 2.5 का स्तर भी 262 रहा। सफर ने बताया कि शुक्रवार को दिल्ली में पीएम 10 का स्तर 908 तथा पीएम 2.5 का 184 रहने की संभावना है। (वार्ता)