नई दिल्ली। तटरक्षक बल के ‘नौका’ अभियान पर उठे कुछ सवालों के बने रहने के बीच गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को कहा कि परिस्थितियों को देखते हुए यह साफ है कि पाकिस्तानी नौका में सवार लोग संदिग्ध आतंकवादी थे।
उन्होंने यहां कहा कि जो परिस्थितियां थीं उन्हें देखते हुए यह स्पष्ट है कि वे संदिग्ध आतंकवादी थे। सिंह 31 दिसंबर और 1 जनवरी की दरम्यानी रात विस्फोट के बाद समुद्र में डूबी नौका पर सवार 4 लोगों के बारे में सवालों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने हालांकि उन परिस्थितियों का ब्योरा नहीं दिया जिनका वे उल्लेख कर रहे थे।
गृहमंत्री की टिप्पणी उस परिप्रेक्ष्य में आई है, जब इन दावों की सत्यता पर सवाल उठ रहे हैं कि 2008 में हुए मुंबई हमले की शैली के आतंकी अभियान को विफल कर दिया गया। ऐसी भी खबरें हैं जिनमें दावा किया गया है कि नौका तस्करी में शामिल थी।
रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने पूर्व में कहा था कि परिस्थितिजन्य साक्ष्य संकेत देते हैं कि नौका में सवार लोग संदिग्ध या संभावित आतंकवादी थे और वे पाकिस्तान की नौसेना तथा सेना के अधिकारियों के संपर्क में थे।
पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल द्वारा 13 दोषी आतंकवादियों की समयपूर्व रिहाई के लिए अपने 5 समकक्षों को पत्र लिखे जाने के बारे में पूछे जाने पर गृहमंत्री ने कहा कि वे इस मुद्दे पर बादल से बात करेंगे।
उत्तरप्रदेश, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, राजस्थान और गुजरात के मुख्यमंत्रियों को लिखे अपने पत्र में बादल ने कुछ आतंकवादियों की समयपूर्व रिहाई की मांग की है जिनमें वे लोग भी शामिल हैं जिन्हें पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या के मामले में दोषी ठहराया गया था। (भाषा)