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LAC : गलवान हिंसा के बाद राजनाथ सिंह से मिले चीनी रक्षा मंत्री, कहा- सीमा पर शांति के बिना सामान्य नहीं होंगे रिश्ते

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हमें फॉलो करें LAC : गलवान हिंसा के बाद राजनाथ सिंह से मिले चीनी रक्षा मंत्री, कहा- सीमा पर शांति के बिना सामान्य नहीं होंगे रिश्ते
, गुरुवार, 27 अप्रैल 2023 (21:27 IST)
  • गलवान के बाद मिले रक्षा मंत्री
  • शंघाई सहयोग संगठन में शामिल होने पहुंचे रक्षा मंत्री
  • पिछले हफ्ते हुई थी दोनों देशों की सैन्य स्तर की 18वीं बैठक 
 
नई दिल्ली। LAC row : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने गुरुवार को चीन के रक्षा मंत्री ली शांगफू से कहा कि भारत-चीन संबंधों का विकास सीमा पर अमन-चैन की स्थिति पर आधारित है और वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर सभी मुद्दों का समाधान मौजूदा द्विपक्षीय समझौतों के अनुरूप निकाला जाना चाहिए। सिंह ने पूर्वी लद्दाख में 3 साल से जारी सीमा विवाद के बीच शांगफू के साथ द्विपक्षीय बैठक में यह बात कही।
 
यह पहली बार है कि दोनों देशों के रक्षा मंत्रियों ने 2020 में पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच घातक गलवान संघर्ष के बाद से द्विपक्षीय वार्ता की है
 
शांगफू शुक्रवार को भारत की मेजबानी में यहां आयोजित हो रहे शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के रक्षा मंत्रियों की बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली पहुंचे। इसके बाद सिंह के साथ उनकी बैठक हुई।
 
रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि दोनों मंत्रियों ने भारत-चीन सीमा क्षेत्रों के घटनाक्रम और द्विपक्षीय संबंधों के बारे में खुलकर बातचीत की।
 
उसने कहा कि रक्षा मंत्री सिंह ने स्पष्ट संदेश दिया कि भारत और चीन के बीच संबंधों का विकास सीमाओं पर अमन-चैन की स्थिति पर आधारित है।
 
मंत्रालय ने कहा कि उन्होंने कहा कि एलएसी पर सभी मुद्दों का समाधान मौजूदा द्विपक्षीय समझौतों और प्रतिबद्धताओं के अनुरूप करने की जरूरत है।
 
मंत्रालय के अनुसार सिंह ने इस बात को दोहराया कि मौजूदा समझौतों के उल्लंघन से द्विपक्षीय संबंधों की संपूर्ण बुनियाद को नुकसान पहुंचा है।
 
तीन साल पहले पूर्वी लद्दाख में सीमा पर गतिरोध उत्पन्न होने के बाद यह चीन के किसी रक्षा मंत्री की पहली भारत यात्रा है।  
 
दोनों रक्षा मंत्रियों के बीच वार्ता से कुछ दिन पहले भारत और चीन की सेनाओं ने सीमा विवाद को खत्म करने के उद्देश्य से 18वें दौर की सैन्य वार्ता की थी।
 
गत 23 अप्रैल को हुई कोर कमांडर स्तर की वार्ता में दोनों पक्ष संपर्क बनाये रखने और पूर्वी लद्दाख में शेष मुद्दों पर जल्द से जल्द पारस्परिक रूप से स्वीकार्य समाधान निकालने पर सहमत हुए थे।
 
हालांकि, विवाद खत्म करने के लिए आगे बढ़ने का कोई स्पष्ट संकेत नहीं मिला था। भारत का कहना है कि जब तक सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति नहीं होगी तब तक चीन के साथ उसके संबंध सामान्य नहीं हो सकते।
 
गोवा में एससीओ सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों के एक सम्मेलन में भाग लेने के लिए चीनी विदेश मंत्री छिन कांग भी अगले सप्ताह भारत आने वाले हैं। बैठक 4 और 5 मई को होनी है। भाषा Edited By : Sudhir Sharma

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