नई दिल्ली। रक्षामंत्री राजनाथ ने एक बड़ा बयान देते हुए कहा कि एलएसी पर गतिरोध को हल करने के लिए चीन के साथ कूटनीतिक और सैन्य स्तर की वार्ता से कोई 'सार्थक समाधान' नहीं निकला है। उन्होंने कहा कि अब भी यथास्थिति बनी हुई है।
समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में उन्होंने कहा कि हम सभी देशों के साथ शांतिपूर्ण संबंध चाहते हैं। लेकिन जो हमें छेड़ेगा, हमें उन्हें छोड़ेंगे नहीं।
राजनाथ ने कहा, 'यह सच है कि भारत और चीन के बीच गतिरोध को कम करने के लिए सैन्य और राजनयिक स्तर पर बातचीत हो रही हैं। लेकिन अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है। सैन्य स्तर पर अगले दौर की वार्ता कभी भी हो सकती है। लेकिन कोई सार्थक परिणाम नहीं आया है और यथास्थिति है।
उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा सबसे बड़ी प्राथमिकता है। एलएसी पर सैनिकों की संख्या कम नहीं करेंगे। हमें अपनी सेना पर पूरा भरोसा है।
राजनाथ सिंह ने कहा कि किसान आंदोलन में शामिल किसानों पर खालिस्तानी समर्थक होने का आरोप नहीं लगने चाहिए। उन्होंने कहा कि हम किसानों का सम्मान करते हैं, वो हमारे अन्नदाता हैं। सरकार किसानों के साथ कृषि कानून के हर मसले पर चर्चा करने को तैयार है, नए कानून किसानों की भलाई के लिए हैं। अगर किसी को कोई दिक्कत है तो सरकार चर्चा को तैयार है।
राजनाथ ने एक सवाल के जवाब में कहा कि वे किसान मां की कोख से जन्में हैं और कृषि और किसानों को राहुल से ज्यादा समझते हैं।