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राज्यसभा में 84 के दंगे से जुड़ी सीडी पेश

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नई दिल्ली , बुधवार, 7 फ़रवरी 2018 (16:02 IST)
नई दिल्ली। शिरोमणि अकाली दल के सुखदेवसिंह ढींढसा ने बुधवार को राज्यसभा में 84 के सिख दंगे से संबंधित एक सीडी से हुए सनसनीखेज खुलासे का मुद्दा उठाया और वह सीडी सदन को सौंप दी। ढींढसा ने जब शून्यकाल में यह मुद्दा उठाया तो उन्होंने कांग्रेस के दो नेताओं के भी नाम लिए जिस पर कांग्रेस सदस्यों ने तीखी आपत्ति की।


सदन में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आज़ाद ने कहा कि ढींढसा पहले इस सीडी  को अभिप्रमाणित करें और तब अपनी बात कहें। कांग्रेस के उपनेता आनंद शर्मा ने व्यवस्था का प्रश्न उठाते हुए कहा कि जब कोई मामला अदालत में विचाराधीन हो तो उस पर सदन में चर्चा नहीं हो सकती और जो लोग सदन के सदस्य नहीं हैं, उनका नाम नहीं लिया जा सकता।

इस पर सभापति एम. वेंकैया नायडू ने कहा कि सदन में पहले भी अदालत में विचाराधीन मामलों पर चर्चा हुई है लेकिन नाम लेना नियमतः गलत है, उसे सदन के रिकॉर्ड में दर्ज नहीं किए जाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि ढींढसा और उनके साथ उनकी पार्टी के अन्य सदस्य उनसे उनके कक्ष में मिले थे, इसलिए उन्होंने उन्हें शून्यकाल में इस मुद्दे को उठाने की अनुमति दी।

उन्होंने हालांकि इस मुद्दे पर कार्यस्थगन का नोटिस दिया था। शर्मा की बात से शिरोमणि अकाली दल के सदस्य उत्तेजित हो गए और उन्होंने कांग्रेस पर तीखे हमले करते हुए कहा कि जब दंगे में सिख मारे जा रहे थे तब उन्हें नियम-कानून नज़र नहीं आए। ढींढसा ने सीडी के मुद्दे को उठाते हुए बताया कि इस सीडी में एक व्यक्ति ने 84 के दंगे में अकेले सौ सिखों को मारने की बात कही है जिसे टी वी चैनलों ने भी दिखाया है।

उन्होंने कहा कि उस व्यक्ति ने अकेले तो इतने लोगों को नहीं मारा होगा, उसके साथ कई और लोग होंगे। उन्होंने बताया कि उस दंगे में पांच हज़ार से अधिक लोग मारे गए थे जबकि सरकारी आंकड़े भी दो हज़ार सात सौ 73 लोगों के मारे जाने के हैं। उन्होंने अपनी बात रखने के दौरान एक पूर्व प्रधानमंत्री का जिक्र किया जिस पर कांग्रेसी सदस्य भड़क गए तब नायडू ने वह नाम सदन के रिकॉर्ड में दर्ज न करने का निर्देश दिया।

अकाली नेता ने कहा कि सीडी में उस व्यक्ति ने कांग्रेस नेताओं की जमानत मंजूर किये जाने के लिए देश की शीर्ष अदालत पर दबाव डालने का भी आरोप लगाया है। कांग्रेसी सदस्यों और अकाली सदस्यों के बीच कई बार नोक-झोंक हुई, अंत में ढींढसा ने कहा कि वह इस सीडी को प्रमाणित करते हैं और इसे सदन के पटल पर रखते हैं। (वार्ता)

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